छत्तीसगढ़

सफलता की कहानी: स्वच्छ पेयजल के साथ स्वस्थ जीवन की ओर एक कदम

Shantanu Roy
7 Dec 2024 6:49 PM GMT
सफलता की कहानी: स्वच्छ पेयजल के साथ स्वस्थ जीवन की ओर एक कदम
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Kondagaon. कोंडागांव। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर को नल से जल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई जल जीवन मिशन आज कई ग्रामीण परिवारों को पेयजल की समस्या से छुटकारा दिलाने में कारगर साबित हो रहा है। इससे ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल के लिए आत्मनिर्भर बनाने के साथ स्वस्थ जीवन और महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर राज्य के सभी जिलों में जल जीवन मिशन के बेहतर क्रियान्वयन के लिए लगातार
कार्य
किया जा रहा है और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। जिले के माकड़ी विकासखंड से लगभग 16 कि.मी. की दूरी पर स्थित ग्राम ओण्डरी की जनसंख्या लगभग 1,403 है। पहले इस गांव के ग्रामीणों को पेयजल के लिए केवल हैंडपंप पर निर्भर रहना पड़ता था। गर्मियों में अधिकांश हैंडपंप का जलस्तर नीचे गिरने के कारण गांव को सूखे की स्थिति का सामना करना पड़ता था। इस समस्या से निपटने के लिए ग्रामीणों को अन्य गांवों या दूर स्थित कुओं से पानी लाते थे। इस दौरान खासतौर पर महिलाओं को कई कठिनाई का सामना करना पड़ता था।

पेयजल के लिए विपरीत परिस्थितियों से जूझ रहे ओण्डरी गांव के लिए जल जीवन मिशन एक नई उम्मीद बन कर आई। जल जीवन मिशन मिशन के तहत ग्राम ओण्डरी में भी कार्य शुरू हुआ और सभी घरों को इस योजना से जोड़ा गया। अब हर घर को नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। गांव में कुल 234 घरेलू नल कनेक्शन (FHTC) लगाए गए हैं। इससे ग्राम ओण्डरी "हर घर जल ग्राम" घोषित हो चुका है। जल जीवन मिशन के आने से महिलाओं के जीवन में बड़ा और सकारात्मक बदलाव आया है। अब महिलाओं को पानी लाने के लिए दूर नहीं जाना पड़ता, जिससे उनकी मेहनत कम हुई है और समय की भी बचत हो रही है। गांव की महिलाओं को जल वाहिनी के रूप में नई पहचान मिली है। जल की जांच के लिए महिलाओं लालवती, हंसादेवी, सत्यवती, गजवती और मांगीबाई को प्रशिक्षित किया गया है और वे जल वाहिनी के रूप में कार्य कर रही हैं। जल परीक्षण से पानी की गुणवत्ता की भी जानकारी मिल रही है।

अब घर में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होने से टाइफॉइड, कॉलेरा, हेपेटाइटिस जैसी जलजनित बीमारियों का खतरा भी कम हुआ है। ग्रामवासियों का कहना है कि पहले पानी की कमी के कारण उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। गर्भवती महिलाओं के लिए पानी लाना जोखिम भरा काम था। अब घर में नल लगने से उन्हें बहुत राहत मिली है। सरपंच सियाराम नेताम ने कहा, "जल जीवन मिशन के माध्यम से हमारे गांव में शुद्ध पेयजल पहुंचा है। इससे ग्रामवासियों का आत्मविश्वास बढ़ा है। हम सरकार के इस प्रयास के लिए
आभारी
हैं।" गांव की कुंती बाई मरकाम ने बताया कि पहले कुएं का पानी पीते थे। अब सरकार ने घर में ही नल बना दिया है, जिसमें सुबह शाम पानी आता है। इसी प्रकार अमेश्वरी बाई ने बताया कि पहले पानी के लिए बहुत जाना पड़ता था, साथ ही गंदे पानी के उपयोग से स्वास्थ्य संबधी परेशानी होती थी अब घर में ही स्वच्छ पेयजल मिल रही है, जिससे सभी परेशानियां दूर हुई है। ग्रामवासियों ने योजना के हर घर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए हार्दिक धन्यवाद दिया।
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