निःशुल्क कोचिंग सेंटर के स्टूडेंट्स ने नीट परीक्षा में लहराया परचम
सुकमा। जिले मे सक्षम कोचिंग के बच्चों ने नीट की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करके ऐसी मिसाल पेश की है, बच्चे दिल्ली, मुंबई और कोटा जैसे बड़े शहरों में कोचिंग की तैयारी करके ही कामयाब होते थे, यह धारणा अब पूरी तरह बदलती हुई नजर आ रही है। ये साबित हुआ जब सुकमा जिले के बच्चों ने नीट जैसे कठीन परीक्षा पास कर ली। मेडिकल क्षेत्र की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए नीट परीक्षा कॉलेज एंट्रेंस की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है, कड़ी मेहनत के बावजूद भी प्रवेश पाना मुश्किल होता है। वहीं छत्तीसगढ़ के दक्षिणतम छोर में स्थित आदिवासी बाहुल्य जिले सुकमा के बच्चों को जिले में ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग सुविधा मुहैया कराई गई है। जिसके फलस्वरूप सक्षम कोचिंग में दी जा रही सुविधाओं का लाभ लेकर 15 बच्चों ने नीट की परीक्षा में पास किया।
बच्चों में प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे पीएससी, यूपीएससी सहित नीट जैसी अन्य प्रवेश चयन परीक्षाओं की जूनून को देखते हुए जिला प्रशासन के सहयोग से जिले में निःशुल्क सक्षम कोंचिग का शुभारंभ किया गया है। इस संस्था का लाभ लेकर युवा अपने लक्ष्य को प्राप्त कर रहे हैं। कलेक्टर श्री हरिस एस. के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा अधिकारी श्री नितिन डड़सेना, तहसीदार छिदगढ़ श्री महेन्द्र लहरे एवं फेलो सुकमा श्री सौरभ ने मेडिकल फील्ड में पहचान बनाने लिए जिले के बच्चों का दाखिला करने की कार्ययोजना बनाई। जिसके तहत मेडिकल फील्ड में रुचि रखने वाले चयनित 40 बच्चों को सितंबर 2022 से लेकर मई 2023 के पहले सप्ताह तक नीट परीक्षा की तैयारी कराई गई।
कलेक्टर हरिस. एस ने नीट की परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धाओं के इस दौर में बच्चों को आगे बढ़ने के लिए हर क्षेत्र मे निपुण होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मेडिकल फील्ड में प्रवेश पाने के लिए हर साल देश भर से कई बच्चे परीक्षा देते है, लेकिन चयन बेहतर प्रदर्शन करने वाले का ही होता है। बच्चों के उत्कृष्टता प्रदर्शन के अनुरूप उनकी तैयारी कराई जाती है।
सक्षम क्लासेस की टीचर संगीता ने बताया कि जिले में पहली बार इतने बड़े स्तर पर प्रयास किया गया। नीतू, सुमीत शर्मा एवं आलोक बर्णवाल सहित सभी के सहायोग सेे सुबह और शाम में क्लासेस लगाकर नीट परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चों को पढ़ाई में ज्यादा से ज्यादा समय देकर बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया गया। वहीं धर्मेंद्र कोठारी ने कहा कि बच्चों ने कड़ी मेहनत की। बच्चों को ओएमआर शीट भरने में परेशानी ना हो इसके लिए टेस्ट लेकर कठिनाइयों को दूर करने प्रयास किया गया।
नीट की परीक्षा में चयनित राहुल पोड़ियामी, आकाश, विवेक, शिल्की, दशरी, शिवानी कोमल नाग ने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सुकमा जिला में सक्षम कोचिंग के माध्यम से बड़े शहरो की तर्ज पर निःशुल्क प्रतियोगी परीक्षाओं तैयारी कराई जाती है। उन्होंने बताया कि परिसर में कोचिंग के साथ ही पुस्तकालय और कैफे की सुविधा होने से पढ़ाई के लिए अधिक समय मिलता है। दूरस्थ और पहुचविहीन क्षेत्रों में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए सक्षम कोचिंग मददगार साबित हो रही है।