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धमतरी। खुद को तैरना नहीं आता, इसके बाद भी एक कॉलेज छात्र ने खोडिय़ा तालाब में कूदकर ढाई वर्षीय बच्चे की जान बचाई। बच्चे को बचाते वक्त युवक खुद भी पानी पी लिया। ले-देकर किसी तरह बच्चे को लेकर वह किनारे तक पहुंचा। युवक के साहस को देखकर लोगों ने उनका उत्साहवर्धन किया।
शुक्रवार को यह घटना दोपहर करीब 2 बजे की है। बम्लईपारा निवासी मछुआरा संतोष सार्वा मछली मारने के लिए गणेश चौक के अंदर रामबाग तालाब गया था। मत्स्याखेट करने के बाद मछली ले जाने के लिए वह अपने पुत्र पूरब सार्वा (18) को फोन कर बुलाया। बीसीएस पीजी कॉलेज के छात्र पूरब सार्वा उस समय घर में ही था। पिता की फोन आने के बाद वह बाइक लेकर तालाब के लिए निकल गया। इस बीच एक हाथ में मोबाइल से बात करते हुए गणेश चौक के अंदर खोडिय़ा तालाब से गुजर रहा था, तभी पचरी के पास करीब तालाब में 20 फीट दूर में ढाई वर्षीय बच्चा आदि कुमार यादव पिता संतराम डूबते हुए दिखा। बाइक को छोडक़र बच्चे को बचाने वह सीधे तालाब में कूद गया।
गौरतलब है कि उसे तैरना तक नहीं आता था। इसके बावजूद किसी तरह वह तालाब में डूब रहे बच्चे का हाथ पकड़ कर किनारे तक ले आया।
इधर, युवक पूरब के साहस को देखकर वार्डवासियों की उसकी सराहना की। बच्चे की मां कविता यादव ने बताया कि बालक आदि घर के पास ही खेल रहा था। खेलते-खेलते कब पचरी घाट में आया, उसे पता ही नहीं चला। उसकी बच्चे की जान बचाने वाला युवक पूरब इसके लिए भगवान का अवतार है। उसका यह अहसास वह जिंदगीभर नहीं भूलेगी। बच्चे का पिता संतराम थोक सब्जी मंडी में मजदूरी करता है।
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