राज्य के प्रथम भिक्षुक पुनर्वास केंद्र का आज मोवा स्थित आश्रय स्थल में किया गया शुभारंभ
रायपुर शहर में पिछले कुछ दिनों से भिक्षुकों की संख्या बढ़ने के साथ ही भिक्षुकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा था। भिक्षुक अधिकांशतः यातायात सिग्नलों में भिक्षा मांगते है जिससे उनके जीवन को संकट होने के साथ ही यातायात भी बाधित होता है तथा भिक्षुकों की आढ़ में कुछ अपराधिक तत्व के लोग भी छिपे होते है, जो मौका पाकर घटना कारित करते है। जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तारकेश्वर पटेल एवं समाज कल्याण विभाग, महिला बाल विकास विभाग, नगर निगम, बाल कल्याण समिति एवं चाइल्ड लाईन में तालमेल व सामंजस्य बनाकर भिक्षुकों को आश्रय गृह भेजने की कार्य योजना तैयार की गयी । थाना मोवा क्षेत्र में उक्त विभागों के सौजन्य से भिक्षुकों हेतु ''भिक्षुक पुनर्वास केन्द्र'' आश्रय स्थल खोला गया। ''भिक्षुक पुनर्वास केन्द्र'' में आज दिनांक 01.09.21 को पुलिस द्वारा कुल 34 भिक्षुकों को भेजा गया, जो भविष्य में भी जारी रहेगा। निराश्रित बच्चों को भी cwc के माध्यम से आश्रय गृहों में भेजा जाएगा।