राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने की आयोग के कार्यों की समीक्षा
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आयोग के पदाधिकारियों और अधिकारियों की बैठक लेकर आयोग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने नवा रायपुर स्थित योजना भवन में आज आयोजित बैठक में आयोग द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों की राज्य में नियमित निगरानी में सहायता के लिए विकसित किए गए फ्रेमवर्क और एसडीजी (Sustainable Development Goals) डैशबोर्ड की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य सहायता योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान तथा गोधन न्याय योजना की इवैल्युवेशन रिपोर्ट का विमोचन भी किया।
राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बैठक में बताया कि एसडीजी के लक्ष्यों को हासिल करने में शासकीय विभागों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों की सहायता के लिए आयोग द्वारा प्रभावी फ्रेमवर्क व डैशबोर्ड का निर्माण किया गया है। राज्य स्तर पर इन लक्ष्यों की प्राप्ति की प्रगति के मूल्यांकन के लिए ’’एसडीजी स्टेट इंडिकेटर फ्रेमवर्क’’ तथा जिला स्तर पर मूल्यांकन के लिए ’’एसडीजी डिस्ट्रिक्ट इंडिकेटर फ्रेमवर्क’’ एवं उन पर आधारित प्रगति रिपोर्ट तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि आज जारी की गई इवैल्युवेशन रिपोर्ट में दी गई अनुशंसाओं के अनुसार संबंधित विभाग अपनी योजना के और बेहतर क्रियान्वयन के लिए आवश्यक कदम उठा सकेंगे।
राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष डॉ. टेकाम ने बताया कि ’’एसडीजी डैशबोर्ड’’ में सतत विकास लक्ष्य में वर्षवार लक्ष्य आधारित एवं जिला आधारित विश्लेषण है। यह सभी जिलों एवं संबंधित विभागों को आत्मावलोकन कर संपूर्ण लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ने में सहायता करेगा। आयोग की यह रिपोर्ट और डैशबोर्ड सभी कलेक्टरों, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं विभाग प्रमुखों को विकास की बाधाओं की पहचान कर आंकड़े आधारित साक्ष्य के आधार पर उनकी रणनीतियों को लागू करने में मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगा। डैशबोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित प्रगति को ध्यान में रखते हुए सभी संबंधित विभाग तथा जिला अधिकारी विभिन्न योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग कर सकेंगे।
राज्य योजना आयोग द्वारा संबंधित विभागों के साथ समन्वय कर ये रिपोर्ट एवं डैशबोर्ड तैयार किए गए हैं। डॉ. टेकाम ने उम्मीद जताई कि सभी विभाग एवं जिला अधिकारी इस फ्रेमवर्क के आधार पर अपनी प्रगति की नियमित समीक्षा करेंगे और सतत् विकास लक्ष्यों के अनुसार निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करेंगे।