दुर्ग। कलेक्टर एवं जिला आयोजन समिति के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के मार्गदर्शन में राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन, उद्घाटन एवं समापन भिलाई विद्यालय सेक्टर 02 के प्रांगण में 03 से 06 सितम्बर तक किया जायेगा।
प्रतियोगिता के दौरान बॉक्सिंग बालक 17, 19 वर्ष, सायकल पोलो बालक/ बालिका 19 वर्ष, जुडो बालक/बालिका 14, 17, 19 वर्ष, फेसिंग बालक-बालिका 19 वर्ष, नेटबाल बालक बालिका 17, 19 वर्ष, बैडमिंटन बालक बालिका 14, 17 19 वर्ष, लॉन टेनिस बालक-बालिका 14, 17, 19 वर्ष एवं डाजबाल बालक-बालिका 19 वर्ष का आयोजन किया जायेगा। कुल 08 प्रतियोगिताओं में 05 खेल क्षेत्र मुख्यालय के संख्यानुरूप बालक 655, बालिका 535 कुल 1190 खिलाड़ी व 150 महिला/पुरूष ऑफिसियल्स सम्मिलित होंगे।
बता दें कि डीएमएस शासी परिषद की कल अहम बैठक कलेक्ट्रेट परिसर में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि से संबंधित महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक में लगभग 65 करोड़ रुपये के प्रस्ताव रखे गए। इनमें से 32 करोड़ रुपये के प्रस्ताव शिक्षा विभाग से संबंधित रहे। स्कूलों के सुदृढ़ीकरण के साथ ही नवाचारों के लिए भी ऐसा प्रावधान किया किया गया है। इसके साथ ही स्वामी आत्मानंद स्कूलों के अपग्रेडेशन के लिए भी राशि दी गई है ताकि यहां बेहतरीन लाइब्रेरी, प्रयोगशाला आदि स्थापित की जा सके। शासन द्वारा इंग्लिश मीडियम में महाविद्यालय बनाने का भी निर्णय लिया गया है इसके लिए भी दो करोड़ रुपए की राशि डीएमएफ के माध्यम से प्रदाय की गई। बैठक में विशेष रूप से इस बात पर चर्चा हुई कि ग्रामीण क्षेत्रों में जिस तरह से विपुल मात्रा में दूध का उत्पादन हो रहा है। उससे इन क्षेत्रों में मिल्क चिलिंग एवं पैकेजिंग प्लांट की जरूरत महसूस की जा रही है। इसके चलते बैठक में डेढ़ करोड़ रुपए का प्रस्ताव विकास खंडों के लिए मिल्क चिलिंग एंड पैकेजिंग प्लांट का प्रस्ताव रखा गया। इसके अलावा बैठक में गौठान को मजबूत करने की दिशा में भी निर्णय लिए गए। इसके लिए अतिरिक्त शेड निर्माण के साथ ही अन्य गतिविधियों के संचालन के लिए भी प्रस्ताव रखे गए।
इसके साथ ही लेयर बर्ड के उत्पादन के लिए भी स्वीकृति दी गई। बाड़ियों में ड्रिप इरिगेशन की स्वीकृति भी दी गई। ग्रामीण आजीविका केंद्र अर्थात रीपा को मजबूत करने के लिए भी निर्णय लिए गए और इसके लिए भी राशि दी गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग से संबंधित जीर्णाेद्धार के लिए भी राशि खर्च करने का निर्णय लिया गया।
साथ ही जिन आंगनबाड़ियों में मरम्मत और संधारण की जरूरत है और अतिरिक्त सुविधाओं की जरूरत है वहां के लिए भी राशि स्वीकृत की गई। बैठक में सांसद श्री विजय बघेल भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि जैसे क्षेत्रों में डीएमएफ के माध्यम से विकास के बड़े कार्य की गुंजाइश होती है।