छत्तीसगढ़

प्रदेश प्रभारी ने नेताओं से लिया फीडबैक

jantaserishta.com
11 Aug 2023 5:28 AM GMT
प्रदेश प्रभारी ने नेताओं से लिया फीडबैक
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टिकट के दावेदारों से कुमारी सेलजा ने की चर्चा.
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव करीब हैं। ऐसे में चुनावी तैयारियों और बैठकों का दौर जारी है। पार्टी के बड़े नेता लगातार कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर जमीन मजबूत करने की कोशिश में हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा ने दुर्ग और बेमेतरा जिले के नेताओं से मौजूदा विधायक से लेकर संगठन और सरकार के कामकाज का फीडबैक लिया।
इसके साथ ही चुनाव में उनकी भूमिका को लेकर भी सवाल किए। इस दौरान टिकट के दावेदार बेहद एक्टिव दिखाई दिए। दिनभर कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में टिकट दावेदारी को लेकर कांग्रेस नेताओं की भीड़ लगी रही। आलम ये था कि
बंद कमरे के भीतर नेताओं और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया गया: चर्चा तो ये भी रही की मंत्री गुरू रुद्र कुमार भी अपनी सीट बदलकर पामगढ़ से ही चुनाव लडऩा चाह रहे हैं। प्रदेश प्रभारी कुमारी सेलजा से मुलाकात के लिए बायोडाटा लेकर दावेदार सुबह से डटे रहे। साथ ही कुछ लोग अपने क्षेत्र के विधायक की शिकायत लेकर भी यहां पहुंचे थे।
बायोडाटा में कई टिकट के दावेदारों ने अपने राजनीतिक सफर के साथ ही विधानसभा क्षेत्र का पूरा सामाजिक और राजनीतिक खाका पेश कर दिया। कुल मतदाताओं की संख्या में कितने प्रतिशत उनके समाज विशेष से आते हैं, ये भी उनके बायोडाटा में लिखा हुआ था।
बीजेपी के 9 सांसदों को नहीं मिलेगा दोबारा मौका: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की छत्तीसगढ़ के सांसदों और नेताओं से हुई बैठक को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 11 सीटों में बीजेपी के 9 सांसद हैं और अब अपनी लोकसभा में उनको दोबारा मौका नहीं मिलेगा इसलिए बुलाकर बिठाकर चाय पिला दिए हैं।
नेताम के इस्तीफे को लेकर कहा बहुत देर कर दी: पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविन्द नेताम के इस्तीफे को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि इस्तीफा देने में उन्होंने बहुत देर कर दी। पार्टी के खिलाफ काम करते हुए उन्होंने भानुप्रतापुर उपचुनाव में कैंडिडेट खड़ा कर चुके हैं, जिसके बाद वे अपने आप निष्कासित हो जाते हैं। इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है। इससे पहले भी वे पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। वे भाजपा की तरफ से खेल रहे हैं, ये उनको भी मालूम है,उनकी बैठक भी लगातार हो रही है। उनकी गतिविधि उसी तरह से रही है लेकिन वरिष्ठता को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने उनका निष्कासन नहीं किया लेकिन कितनी बार वे दल बदल चुके हैं। अगर पहले निकाल दिए होते तो हो सकता था अब तक एक और दल बदलने की स्थिति आ जाती।
चुनाव के समय साम्प्रदायिक दंगों से अलर्ट: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ये अनुभव नहीं था लेकिन भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार जिस तरह से हरियाणा में और मणिपुर में जो नफरत की राजनीति कर रही हैं। लोगों के दिमाग में लगातार आक्रोश भर रहे हैं।
जवान ने जिस तरह से अपने अधिकारियों और उसके बाद 3 और लोगों को मार दिया ये एक या दो दिन की प्रक्रिया नहीं है। लगातार नफरत का जहर आप लोगों के दिलों दिमाग में डालने का काम कर रहे हैं तो 1 दिन ऐसी स्थिति आती है कि हालात आपके संभालने से नहीं संभलता। इसलिए राहुल गांधी ने कहा कि पूरे देश में केरोसिन छिड़का जा चुका है सिर्फ एक माचिस लगाने की जरूरत है और जो बात उन्होंने कही थी आज वह सच साबित होते हुए दिख रही है। हरियाणा में जहां कभी दंगे नहीं हुए वहां दंगे हुए।
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