महंगाई से नाराज जनता ने भाजपा को धूल चटाया
रायपुर (जसेरि)। कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विश्वास जताया और हिमाचल प्रदेश में स्टार प्रचारक की जिम्मेदारी सौंपी, उसे भूपेश बघेल ने बखूबी निभाया और चारों सीटों पर पार्टी का परचम लहराने में सफलता हासिल की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना जिसमें गरीब, किसान, छात्र, महिलाओंं और ग्रामीणों को सीधे लाभ दिलाने की योजना लागू करने की बात हिमाचल की जनता से शेयर किया जिसका प्रभाव उपचुनाव में पड़ा। इससे पहले भूपेश बघेल अपनी महत्वाकांक्षी योजना लागू करने में देश के नंबर वन मुख्यमंत्री का खिताब हासिल किया।
हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार को गुड गवर्नेस में देश के पांच प्रमुख राज्यों में शामिल किया गया जिसमें श्रेष्ठतम प्रशासनिक व्यवस्था और मानिटरिंग के साथ आधारभूत योजना लागू छत्सीसगढ़ की जनता के साथ किसानों को प्रत्यक्ष लाभ दिलाने वाली सरकार बन गई है। हाईकमान का विश्वास और नंबर वन मुख्यमंत्री बनने के खिताब को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हिमाचल में भुनाया और हिमाचल की जनता पूरी तरह छत्तीसगढ़ सरकार की योजना को हिमाचल में भी लागू करने की पक्षधर हो गई। जिसका लाभ कांग्रेस को हिमाचल प्रदेश के उपचुनाव में मिला।
भूपेश बघेल इस उपचुनाव में करिश्माई स्टार प्रचारक बनकर उभरे हैं। अब उत्तरप्रदेश में अपनी करिश्मा दिखाएंगे। वहीं छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की योजनाओं को लेकर कोसते थे वे अब मौन साध लिए है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए मजबूत जमीन तैयार कर ली है।
आज से 20 साल पहले जिस तरह भाजपाई सत्ता में आने के लिए कांग्रेस को पानी-पी-पीकर कोसते थे,उसी तर्ज पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हिमाचल प्रदेश के उपचुनाव में जनता को सुरसा की तरह बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार को कोसते हुए आम आदमी को जागरूक करने में सफलता हासिल की। हिमाचल में धुआंधार प्रचार में टारगेट सिर्फ बढ़ती महंगाई रही, जिसमें आम आदमी के जीवन में किस तरह जद्दोजहद कर रोटी की जुगाड़ करने के साथ सीमित आय में परिवार का पालन करना पड़ रहा है। भूपेश बघेल हिमाचल प्रदेश में हुए उपचुनाव में अर्की, मंडी, जुब्बल कोटखाई विधानसभा में कांग्रेस का प्रचार कर झंडा गाडऩे में सफल रहे। भूपेश बघेल हिमाचल की जनता को बढ़ती मंहगाई पर सत्तारूढ़ भाजपा को उखाड़ फेंकने का आव्हान किया था।
हिमाचल में चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए प्रचार अंतिम चरण में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जमकर प्रचार किया था। नतीजन तीन विधान सभा और एक लोकसभा की चारों सीटें कांग्रेस की झोली में आ गई। इससे भूपेश बघेल का कद आलाकमान के सामने और भी बढ़ गया है। भूपेश बघेल हिमाचल में कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं। हिमाचल में चार सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए प्रचार अंतिम चरण में भूपेश बघेल पहुँच कर बाजी को ही पलटा दिया और अपना लोहा मनवाया। भूपेश बघेल के अथक प्रयासों ने भाजपा को दिवाली के पहले ही बड़ा झटका दिया। उपचुनाव के नतीजों ने छत्तीसगढ़ में भी भाजपा नेताओं के माथे पर बल ला दिया है। हिमाचल में भाजपा की ही सरकार है वहां पर भूपेश बघेल जाकर कांग्रेस का परचम लहराया। देखा जाये तो भाजपा के लिए यह बहुत बड़ी हार मानी जा रही है। प्रचार के अंतिम दिन भूपेश बघेल ने जुब्बल कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में धुआंधार प्रचार करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी को जीत ही नहीं दिलाया बल्कि भाजपा प्रत्याशी की जमानत भी जब्त करवा दी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में चल रहे जनकल्याण की कई योजनाओं को केंद्र की मोदी सरकार ने सराहा है और उसे पूरे देश में लागू करने की केंद्र सरकार की योजना भी है। अभी हाल में ही उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजीव किसान न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी की जमकर तारीफ करते हुए उत्तरप्रदेश में भी गोबर खरीदी कर बिजली और खाद बनाने की कार्ययोजना बनाने अधिकारियो को निर्देश दिया है जो भूपेश बघेल की ही जनकल्याणकारी योजना का एक हिस्सा है। भूपेश बघेल हिमाचल में कांग्रेस की ओर से स्टार प्रचारक के रूप में छत्तीसगढ़ में चल रहे योजनाओ का ही बखान करते हुए वहां की सभी सीटें कांग्रेस की झोली में डाल लिया। उन्होंने मंहगाई पर केंद्र सरकार पर जमकर प्रहार करते हुए वहां के जनमानस में गहरी पैठ बनाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तरप्रदेश के आसन्न विधानसभा चुनाव में भी स्टार प्रचारक की भूमिका निभाएंगे जाहिर है उनका जलवा वहां भी बिखरेगा। उत्तरप्रदेश में भी कमोबेश हिमाचल जैसी स्थिति है। किसान आंदोलन हो, मंहगाई अभी अपने उच्च स्तर पर है, पेट्रोल-डीज़ल के दाम भी आसमान छू रहे हैं, बेरोजगारी भी दिनोदिन बढ़ते ही चली जा रही है। विकास का पता नहीं है इन सबको देखते हुए लगता है भूपेश बघेल का डंका उत्तरप्रदेश में भी बजेगा।