छत्तीसगढ़

रुक नहीं रहा सट्टा, गांजे शराब की तस्करी जोरों पर

Admin2
8 Aug 2021 5:15 AM GMT
रुक नहीं रहा सट्टा, गांजे शराब की तस्करी जोरों पर
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राजधानी में अवैध कारोबार चरम पर

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में आये दिन नशे का कारोबार रोजाना तेजी से बढ़ते जा रहा है जिस वजह से युवा नशे की दलदल में फसते जा रहे है। रायपुर शहर में सावन सोमवार का फायदा उठाकर भांग बेचने वाले लोगों ने अब अपना ही एक नया कारोबार शुरू कर दिया है। भांग वाले अपनी दुकान में भगवान के नाम पर गांजा बेचना शुरू कर दिया है। शहर के अंदर गंजेडियों ने अपना धंधा चलाने के लिए ये सबसे नया तरीका अपना लिया है।

गांजा कारोबार के लिए रायपुर सेंटर प्वाइंट

रायपुर में भांग का कारोबार करने के नाम पर अब नशे के सौदागरों ने गांजे का व्यापार शुरू कर दिया है। ग्राहक को भांग के नाम पर गांजे की सप्लाई की जा रही है। उड़ीसा के जंगली इलाकों में बड़े पैमाने पर गांजे की खेती की जा रही है। यहां पैदा होने वाले गांजे को पूरे देश के युवाओं के बीच में खपाया जा रहा है। इस गांजे को देश के दूसरे राज्यों तक सप्लाई करने के लिए तस्करों ने रायपुर को सेंटर प्वाइंट बनाया है।

रायपुर के रास्ते ही तस्कर खपा रहे गांजा

ओडिशा इन दिनों सबसे ज्यादा गांजा पैदा करने वाला क्षेत्र बन गया है। यहां हर साल बड़े पैमाने पर गांजे की खेती की जा रही है। इस खेती की जानकारी ओडि़शा पुलिस के अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस को भी है लेकिन खेती के लिए दूरदराज के नक्सल प्रभावित इलाकों का चयन किय जा रहा है। ऐसे में पुलिस खेती करने वालों पर सीधी कार्रवाई नहीं कर पा रही है।

रायपुर बना गांजा परिवहन का सरल मार्ग

ओडि़शा में खेती के बाद इसे देश भर के तस्करों तक पहुंचाने के लिए गांजे की बड़ी खेप ओडि़शा के मलकानगिरी और रायपुर शहर तक पहुंचाई जाती है। यहां से अलग-अलग तस्करों को इसकी डिलीवरी की जाती है। इसके बाद तस्कर इसे रायपुर से बस्तर होते हुए मध्यप्रदेश, बिहार ले जाते हैं। वहीं मलकानगिरी में मिलने वाले गांजे को सुकमा होते हुए दरभा की ओर से जगदलपुर लाया जाता है। यहां लाने के बाद इस गांजे को देश के अलग-अलग कोने में पहुंचाया जाता है।

इन राज्यों से रायपुर पहुंच रहे तस्कर

ओडि़शा में गांजा की चाह में पूरे देश से तस्कर आ रहे है लेकिन सबसे ज्यादा तस्कर यूपी, बिहार और मध्यप्रदेश से आते हैं। अब तक पुलिस ने सबसे ज्यादा तस्कर मध्यप्रदेश और यूपी के ही पकड़े हैं। तस्कर पहले गांजे की तस्करी के लिए लग्जरी गाड़ी का उपयोग कर रहे थे जब पुलिस ने कार्रवाई की शुरूआत की तो ट्रेन रूट से गांजा आने लगा। इसके बाद पुलिस की कड़ाई के अब महिला तस्करों को मैदान में उतार दिया है।

घर में चल रहा था सट्टे का अड्डा, दो सटोरिये पकड़ाए

राजधानी पुलिस ने तेलीबांधा इलाके के सटोरिया अनिल चावला को साथी संजय तक्तानी के साथ पकड़ा है। पुलिस इनसे इनके साथ शामिल और लोगों के बारे में पूछताछ कर रही है। रायपुर पुलिस ने इन दिनों अपने खबरियों को एक्टिव कर रखा है। तेलीबांधा की गली नंबर 7 में अनिल अपने मकान में सट्?टे का सारा सेटअप लगवाकर इस काम को अंजाम दे रहा था। शुक्रवार को यहां पुलिस का खबरी भी पहुंचा था। इसके बाद उसने तेलीबांधा थाने में जानकारी दे दी। खबर पक्की थी पुलिस ने भी बिना देरी किए रात के वक्त ही छापा मार दिया। जैसे ही टीम अनिल के घर पहुंची तो कमरे में लगे टीवी पर चेपक किंग और लायका कोवई टीमों के बीच क्रिकेट का सट्टा लगाया जा रहा था।

8 महंगे फोन भी जब्त

लैपटॉप, महंगे मोबाइल फोन पर लोगों से संपर्क कर हिसाब किताब नोट किया जा रहा था। भागने या छुपने का ऑप्शन नहीं था अनिल और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि मोबाइल एप माल एक्सचेंज की मदद से ये सट्?टे का पूरा सेटअप ऑपरेट कर लोगों की बोलियां लगवा रहे थे। इनके पास से पुलिस ने लैपटाप, टीवी के अलावा 8 महंगे फोन जब्त किए हैं। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि कहीं इन सट्?टेबाजों का दूसरे राज्यों के गैंग से तो संपर्क नहीं। ये पिछले कई दिनों से हर दिन लाखों का सट्?टा लगवा रहे थे।

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