छत्तीसगढ़

पुरानी बस्ती की संकरी-घनी आबादी में फल-फूल रहा सट्टा

HARRY
14 Aug 2021 5:10 AM GMT
पुरानी बस्ती की संकरी-घनी आबादी में फल-फूल रहा सट्टा
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सटोरिये देवकुमार ने इलाके में बनाया वर्चस्व

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी के पुरानी बस्ती थाना के पीछे सट्टेबाजों ने अपना अड्डा बना लिया है। देव कुमार ने अपने गुर्गों को बाजार की आड़ में सट्टा चलने के निर्देश दे दिए है। पुरानी बस्ती थाना के आस-पास का इलाका काफी आबादी वाला है, जिस वजह से पुलिस को ये पता नहीं लग पाता कि सट्टेबाज कहा अपना अड्डा जमकर बैठे है। रोजाना पुलिस छोटे-मोटे सटोरियों को पकड़ कर अपना पीठ थप-थपा लेते है। मगर पुलिस सट्टेबाजी के बड़े खाईवालों को गिरफ्तार नहीं कर पा रहे है। देव का काला कारोबार शहर के कई इलाकों में फैला हुआ है, देव पुरानी बस्ती थाना के पीछे गलियों में अपना पर्ची का काम करवाता है।

शहर भर में चल रहा सट्टे का रैकेट : शहर में पर्ची वाला सट्टा तो चलता ही है उसके आलावा देव ऑनलाइन के जरिए अपना सट्टेबाजी रैकेट चलाता है। सट्टा चाहे कबूतर पर लगे या नंबर पर है तो सट्टा ही। इसके बुनियादी तौर-तरीके नहीं बदलते। सट्टेबाजों की नजर इतनी पैनी होती है कि उड़ते कबूतर की भी चाल पहचान लेते है, और एक अपनी पुलिस है कि इतनी कमजोर कि हाथ आए कबूतर को भी उड़ा देती है। राजधानी में सट्टा अवैध कारोबार है मगर फिर भी ये कारोबार धड़ल्ले से खुले मैदान में चल रहा है। आए दिन पुलिस सटोरियों और जुआरियों पर कड़ी कार्रवाई करती जा रही है। मगर फिर भी सटोरिए खुलेआम सट्टा पट्टी काटते नजऱ आते है।

गली-गली में चलता सट्टा, पेट्रोलिंग की नजऱें हुई कमजोर : शहर की हर गली, हर मोड़ पर सट्टे का कारोबार चल रहा है। कहीं सीधे तौर पर सट्टे की पर्ची ही खिलाई जाती है तो कहीं ओपन क्लोज पर। ज्यादातर अड्डों पर लाटरी की आड़ में सट्टा खिलाने वाले अब सीधा नंबर निकालते हैं और खेलने वालों को देते हैं। यह सब पुलिस की नाक के नीचे से धड़ल्ले से हो रहा है। सट्टा खिलाने वाले रोजाना लाखों रुपये सरकार को चूना लगा कर कमा रहे हैं। कई पुलिस वालों को हर हफ्ते या हर महीने अच्छी खासी रकम भी इससे मिल रही है। खुले आसमान के नीचे बैठकर सट्टा पट्टी काटते है आम लोगों पर तो इनकी नजऱ आसानी से पड़ती है मगर पुरानी बस्ती थाना पेट्रोलिंग की नजऱें इस तरफ क्यों नहीं पड़ता ये सोचने वाली बातें है।

शहर में जुआ फड़, माफिया सक्रिय : शहर में जुए और सट्टे का कारोबार भी जोरों पर चल रहा है। जुआ माफियाओं ने अपना अड्डा नेहरू नगर और पुरानी बस्ती क्षेत्र के अलावा अन्य जगहों पर फैलाते हुए अवैध कारोबार शुरू कर दिया है। कुछ समय पूर्व शहर में जुएं का कारोबार जोरों पर संचालित किया जाता था। पूर्व में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस अवैध कारोबार को ध्वस्त किया था। लेकिन वर्तमान में फिर से नगर में एक बार फिर जुआ माफिया सक्रिय हो गए है।

तेज़ी से चल रहा अवैध सट्टा कारोबार : अवैध सट्टे और जुए का अवैध कारोबार तेज़ी से चले जा रहा है। सट्टे का कारोबार एक दुकान की आड़ में अपने गुर्गो के माध्यम से प्रतिदिन हजारों के साथ खेला जा रहा है। बड़े-बड़े जुए की फड़ लगाने तथा लाखों के अवैध कारोबार किये जाने का कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है। नाम न छापने की शर्त पर कई लोगों द्वारा बताया गया है कि पुरानी बस्ती थाना के पीछे में सट्टे के नाम पर दस हजार से अधिक के दांव लगाये जाते हैं जिन्हे एक स्थानीय दुकानदार के माध्यम से लगवाया जाता है। वहीं सट्टे के संचालक तथा उनके गुर्गो की पौ बारह बनी हुयी है। लोगों का कहना है कि पुलिस से भी शिकायत नहीं की जाती।

पुलिस की सतर्कता पर उठ रहे सवाल

राजधानी का एक थाना इलाका ऐसा है जहां पर पिछले 15 सालों से एक ही टीआई काबिज है। उसके कई बैचमेट टीआई प्रमोट होकर सीएसपी-डीएसपी बन गए है, लेकिन वे एक ही ओहदे पर और एक ही थाना क्षेत्र पर पदस्थ हैं। माना जा रहा है कि उनके थाना क्षेत्र में सटोरियों का बड़ा नेटवर्क है जो पुलिस के लिए भी कमाई कजा बड़ा माध्यम है। इस माध्यम को बनाए रखने के लिए ही पुलिस कप्तान उक्त टीआई को थाना क्षेत्र से हटाना नहीं चाहते है, यह भी लगता है कि सटोरियों से उपकृत होकर उक्त टीआई स्वयं भी उसी पद और थाने पर बने रहना चाहता है। ऐसी भी चर्चा है कि उक्त टीआई के सर्विस दस्तावेज में कायर शब्द का उल्लेख है। पुलिस विभाग में जिसके दस्तावेज में ऐसे शब्द का उल्लेख होता है कि वह प्रमोशन से वंचित रहता है।

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