रायपुर। शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय जोबी द्वारा नवरात्रि में एक महत्वपूर्ण मीटिंग पालक शिक्षक सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और क्षेत्रीय उन्नति को प्रोत्साहित करना था। इस बैठक में प्राचार्य आरके थवाईत के निर्देशन एवम वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी अधिकारी श्री वीपी पटेल के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों के आंतरिक मूल्यांकन, उपस्थिति और महाविद्यालय की गतिविधियों में उनकी रुचि को लेकर पालकों के साथ गहन रूप से चर्चा की गई। विभिन्न विभागों के सहायक प्राध्यापकों में क्रमशः एसपी दर्शन एवम वाईके राठिया व अथिति व्याख्याताओं के दल ने नई शिक्षण प्रणाली के बारे में अभ्यास दोहराते हुए महत्वपूर्ण टिप्स दिए।
शुरुआत पालकों द्वारा ज्ञान की देवी की पूजा अर्चना से हुई। तत्पश्चात प्राचार्य थवाईत ने स्वागत भाषण के दौरान आंतरिक मूल्यांकन के महत्व पर संक्षिप्त में प्रकाश डाला। वहीं, पालकगणों में उपस्थित जीवर्धन दास, रामदयाल राठिया, सजन सिंह राठिया, हरिप्रसाद, योगेंद्र कुमार गोकुल एवम गजराज राठिया ने महाविद्यालय प्रबंधन से सुविधाएं और अधिक बेहतर करने की मांग कर अपनी ओर से सुझाव दिए। समापन सत्र में विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ सहायक प्राध्यापकों ने पालकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों के अध्ययन में सक्रिय भूमिका निभाएं। नियमित रूप से अपने बच्चों के शिक्षकों से संपर्क में रहने और प्रगति पर नजर बनाए रखने की अपील की गई।
हरेक विद्यार्थी का किया आंकलन
शिक्षकों ने विद्यार्थियों के प्रदर्शन का आकलन कर उनके पालकों के समक्ष प्रस्तुत किया। इस प्रक्रिया में विद्यार्थियों की उपस्थिति, कक्षा में उनकी सक्रियता, और महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों में उनकी भागीदारी को ध्यान में रखा गया।
प्रदर्शन सुधार के लिए दिए टिप्स
विद्यार्थियों को नियमित अध्ययन, समूह अध्ययन, समय प्रबंधन और कक्षाओं की सक्रिय भागीदारी में शामिल रहने, कमजोर विषयों पर अधिक ध्यान देने सहित विभिन्न सांस्कृतिक, शैक्षिक व खेलकूद गतिविधियों एवम कार्यशालाओं में भाग लेने के लिए कहा गया।