विश्व कैंसर दिवस पर विशेष: समय रहते कैंसर को पहचानने से कम होता है खतरा
रायगढ़। लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करने के लिए विश्वभर में हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस के रूप मनाया जाता है। साल 2022 के विश्व कैंसर दिवस को "क्लोज द केयर गैप" (Close The Care Gap ) थीम के साथ मनाया जाएगा। विश्व कैंसर दिवस के तीन साल के "क्लोज़ द केयर गैप" अभियान को पहली बार यूआईसीसी (यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल) के वर्ल्ड कैंसर लीडर्स समिट के लिए समिट के प्रतिभागियों के लिए पेश किया गया था। 'क्लोज द केयर गैप' पहल का पहला वर्ष दुनियाभर में कैंसर देखभाल असमानताओं की पहचान करने और उनका आकलन करने के लिए समर्पित है।
बालाजी मेट्रो अस्पताल के जनरल फिजिशियन डॉ. मनोज पटेल कहते हैं: "कई लोगों को कैंसर की बीमारी को लेकर बहुत सी गलतफ़हमी रहती हैं जैसे- इसको छूने से भी कैंसर फैलता है, जिसके वजह से लोग कैंसर के रोगियों से अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। लोगों की इस धारणा को बदलने के लिए एवं कैंसर के खतरों के बारे में जागरुक और इसके लक्षण से लेकर इसके बचाव के बारे में जानकारी देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। कैंसर के आम कारणों में धूम्रपान, तम्बाकू, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब डाइट, एक्स-रे से निकली रेज़, सूरज से निकलने वाली यूवी रेज़, इंफेक्शन, फैमिली के जीन आदि होते हैं।"
बेहतर जांच और इलाज संभव
आज कैंसर को लाइलाज कहना तो गलत है लेकिन कैंसर से होने वाला नुकसान कई बार आम आदमी की जिंदगी खत्म कर देता है। पिछले कुछ सालों में कैंसर के इलाज में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं। आज के समय में कैंसर के लिए बेहतर जांच और इलाज उपलब्ध हैं, जिनकी बदौलत मरीज पहले से कहीं अधिक समय तक जीवित रह रहे हैं। डॉक्टरों का मानना है कि नियमित जांच कराने से बीमारियां जल्दी पकड़ में आती हैं और उनका इलाज आसान हो जाता है। कैंसर के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कैंसर कहां है, कितना बड़ा है और यह आस-पास के अंगों या ऊतकों को कितना प्रभावित करता है। यदि कैंसर फैल गया है, तो शरीर के विभिन्न हिस्सों में लक्षण दिखाई दे सकते हैं।