दन्तेवाड़ा: जिला प्रशासन के प्रयास से "देवगुड़ी" को मिल रही विश्व पटल पर अलग पहचान। जिले के 143 ग्राम पंचायतों में देवगुड़ी कायाकल्प कर उसे पर्यटन केन्द्र के रूप में स्थापित करने एवं यहाँ की अमूल्य संस्कृति एवं धरोहर को संजोने का कार्य किया गया है। सास्ंकृतिक संरक्षण अपितु ग्रामवासियों के सामाजिक एवं व्यावहारिक जीवनशैली में भी बदलाव आया है। ग्रामवासियों द्वारा गंदगी मुक्त पंचायत, सुपोषित पंचायत, एनिमिया मुक्त पंचायत, मलेरिया मुक्त पंचायत, शत् प्रतिशत शिक्षित पंचायत, शत् प्रतिशत संस्थागत प्रसव, सांसकृतिक धरोहर का संरक्षण हेतु 07 सूत्रीय संकल्प लिया जा रहा है। इन 07 बिन्दुओं के प्रदर्शन के आधार पर श्रेणी तैयार किया गया है। श्रेणी में प्रथम स्थान 100-91 अंक के बीच हरा रंग, द्वितीय स्थान में 90-75 अंक के बीच पीला रंग तथा तृतीय स्थान पर 75 अंक से नीचे प्रदर्शन रहने पर सफेद रंग से चिन्हांकित किया जाएगा। उपरोक्त सूचकांको में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले पंचायतों में विकास कार्य ज्यादा स्वीकृत किये जायेंगे।