विशेष लेख : एथेनॉल के वैकल्पिक इंधन के साथ छत्तीसगढ़ शासन तय करेगा भविष्य का रास्ता
छत्तीसगढ़ की जनता को कैसे पहुंचेगा लाभ- यदि केंद्र सरकार टू व्हीलर ,थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर सभी गाड़ियों में बायोफ्लेक्स इंजन को अनिवार्य करती है तो छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्यों में से एक होगा जो फ्यूचर प्रूफ होगा। छत्तीसगढ़ जिसे हम ''धान का कटोरा'' के नाम से जानते हैं, यहां के अधिशेष धान के लिए हम यहीं पर मार्केट उपलब्ध करा कर इसे एथेनॉल इंधन में परिवर्तित कर सकते हैं, इससे हमारे किसानों को भी एक अतिरिक्त बाजार उपलब्ध होगा। धान के अलावा यदि किसान किसी अन्य फसल जैसे गन्ना का उत्पादन भी लेता है, उसके लिए भी एथेनॉल संयंत्र विकल्प का काम करेगा।
एथेनॉल प्लांट के बनने से छत्तीसगढ़ के युवाओं को मिलेंगे रोजगार के अवसर- प्लांट के बनने से कई इंजीनियर सहित अन्य प्रकार की दक्षता रखने वाले युवाओं को प्लांट में रोजगार में प्राप्त होगा। इन सब बातों में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की जनता के हित के लिए भविष्य निर्माण का कार्य कर रही है। सरकार पर्यावरण में किसी एक इंधन या खनिज पर निर्भर नहीं है बल्कि वैकल्पिक रास्ते तलाश रही है ताकि छत्तीसगढ़ का आने वाला भविष्य बेहतर और सुनहरा हो।