एसपी ने कुम्हारी हत्याकांड का किया खुलासा, ये थी 4 लोगों की हत्या करने की वजह
भिलाई। कुम्हारी इलाके में पति-पत्नी, और दो बच्चों की सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हो गया है। पुलिस ने 30 घंटे के भीतर प्रकरण का पर्दाफाश किया है। मृतक के भाई ने संपत्ति विवाद के चलते अपने दो साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ लूट की रकम करीब 8 लाख रुपये बरामद भी कर लिए हैं।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में आरोपी किस्मत यादव (33) निवासी ग्राम कपसदा, आकाश मांझी (35), टीकम धृतलहरे (49)कपसदा है।बताया गया कि हत्या को अंजाम देने के बाद दो आरोपी ओडिशा फरार हो गए थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ-साथ सोने-चांदी के जेवरात, और नगद 7 लाख 92 हजार रुपए बरामद किए गए। दुर्ग पुलिस की 30 घण्टों की निरंतर कड़ी मेहनत, और तत्परता, तकनीकी साक्ष्य-बेसिक पुलिसिंग से घटना कारित करने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में मिली सफलता प्राप्त की।
दुर्ग एसएसपी अभिषेक पल्लव ने मीडिया से चर्चा में बताया कि टंडन बाड़ी के कपसदा खार के दरवाजे पर मजदूर भोलानाथ यादव, पत्नी नेला माय, और उनके दो बच्चों की लाश 29 सितंबर को सुबह मिली। कुम्हारी पुलिस ने जांच पड़ताल की, और सीनियर अफसरों के द्वारा एफएसएल, फिंगर प्रिंट, डॉग स्क्वाड, तकनीकी शाखाओं को अवगत करा मामले की जांच शुरू की। यह बात सामने आई कि दो व्यक्तियों के आकाश मांझी, और टीकमदास के गांव से लापता होने की बात सामने आई। इसके बाद मोबाइल नंबर और अन्य एफएसएल फुट प्रिंट, फिंगर प्रिंट, डॉग स्काट टीम की घटनास्थल उपस्थिति पर घटनास्थल, समस्त टीम द्वारा शव का निरीक्षण किया गया।
मोबाइल नंबर ट्रेस करने के बाद तीनों को पुलिस ने ओडिशा से गिरफ्तार किया। पुलिस ने मुख्य आरोपी अपने दोस्तों के साथ मौज मस्ती करता था। परिवार में ध्यान नहीं देता था। मृतक ने चार साल पहले टै्रक्टर खरीदी, और कुछ समय पहले भाठागांव में जमीन भी खरीदा थ। इसको लेकर आरोपी अपने भाई से ईष्र्या रखता था। बताया गया कि घटना के दिन दोपहर से आरोपी किस्मत यादव, आकाश मांझी तथा टीकम दास पृतलहरे द्वारा पैसे मिलाकर शराब पी और रात वहां पहुंच गए।
रात्रि आरोपीगण मृतक के बाड़ी निवास स्थल पहुंचकर मृतक बड़े भाई भोलानाथ को आवाज देकर तलब किया गया। मृतक मुख्य द्वार के पास आने पर उससे पैसे की मांग की गयी जिस पर भोलानाथ द्वारा आक्रोशित होने तथा अपने छोटे भाई और अपने पूर्व के मित्र आकाश माझी जिससे बातचीत नहीं थी, को अपशब्द कहे जाने पर तीनों आरोपीगण भोलानाथ को पकडक़र मारपीट हुई द्वारा होगा देख लुंगा अपशब्द कहे जाने पर मृतक के छोटे भाई किस्मत यादव द्वारा खेत के निकट ही पढे कुल्हाड़ी को उठाकर मृतक भोलानाथ के माथे पर वार किया गया। भोलानाथ यादव मुख्य द्वार से कुछ कदम दूरी चित हालत में ढेर हो गया। घटना के दौरान मृतक के दिखने चिल्लाने पर मुलक की पत्नी नेला माय द्वारा गेट के रास्ते पर आने पर आरोपीगण द्वारा मूतक की पत्नी का भी पीछा किया गया, और उसे भी मार डाला। आरोपीगण स्वयं के पहचान के डर से अपने भाई भोलानाथ यादव के दोनों बच्चों को सिर में आपात पहुंचाकर निर्मम हत्या की।
पुलिस ने आरोपियों को भवानीपट्टना उडि़सा में घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों से पृथक-पृथक पूछताछ करने पर तीनो साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया जिससे अरोपियों को निशानदेही पर पटना में प्रयुक्त आलाजऱब एवं खुन लगे कपड़े व नगदी रकम जब्त किया गया। थानाखुर्सीपार थाना जात, बाना सुपेला, थाना भिलाई नट्टी थाना दुर्ग, याना पुलगाव एवं एण्टी क्राईम एण्ड यूनिट के स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।