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फाइल फोटो
ब्लैक फंगस के बारे में कुछ तथ्य :- डॉ मुकेश शर्मा ने बताया | पढ़े खबर को विस्तार से
1) क्या है ब्लैक फंगस?
यह एक प्रकार का फंगस है जिसका संबंध म्यूकरेल्स स्पीशीज़ से है। इसके म्यूकर कहते हैं।
2) यह कहाँ पाया जाता है?
वातावरण में हर जगह, ख़ासकर मिट्टी के क्षय होते तत्वों में। हम सभी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में इसके संपर्क में आते हैं।
3) यह कब समस्या खड़ी करता है?
जब इम्यून सिस्टम खराब हो, ये फंगस स्पोर्स शरीर पर आक्रमण कर सकते हैं और नुक्सान पहुंचा सकते हैं।
4) शरीर में इसके विकास में क्या मदद करता है?
बढ़ा हुआ ग्लूकोज़ (अनियंत्रित डायबिटीज), रक्त में बढ़ी हुई एसिडिटी (डायबिटिक कीटोएसिडोसिस) और टिश्यू में उपस्थित आयरन में बढौतरी।
5) यह हमारे शरीर में कैसे प्रवेश करता है?
सांस खींचते वक़्त वातावरण से फंगस के स्पोर्स अन्दर जा सकते हैं।
6) आमतौर पर यह कहाँ कहाँ नज़र आता सकता है?
अनियंत्रित डायबिटीज, ब्लड कैंसर और बॉन मेरो ट्रांसप्लांटेशन, किडनी व अन्य अंगों का प्रत्यारोपण, प्रीमेच्योर बेबीज, बवंडर यह तूफ़ान जैसी प्राकृतिक आपदा आदि से ग्रसित लोगों में, युद्ध के दौरान फौजियों को लगी चोटें इसका कारण हो सकती हैं। फिलहाल के दिनों में हाल के दिनों में कोविड के जटिल केसेस में इसे देखा जा रहा है।
7) म्यूकर के संक्रमण की जटिलताएं क्या हैं?
शुरुवात में नाक के अन्दर संक्रमण और टिश्यू खराब करता है फिर मुंह, आँख, मस्तिष्क और शरीर के विभिन्न अंगों में फ़ैल जाता है। फेफड़ों, पेट, किडनी को व्यापक रूप से नुक्सान पहुंचा सकता है।
8) क्या इसका इलाज है?
हां, लेकिन इसकी सफलता इसे डायग्नोज़ किये जाने वाली स्टेज और पहले से बीमारी की स्थिति पर निर्भर करती है। इसकी मृत्यु दर 20 से 80 फ़ीसदी के आस पास की है।
9) कोविड के दौरान दिए जाने वाले स्टेरॉयड थेरेपी इसके नए केसेस आने का कारण है?
जवाब हाँ और ना दोनों हैं। हाँ इसलिए क्योंकि स्टेरॉयड इम्यून सिस्टम को दबाता है और फंगल इन्फेक्शन की आशंका बढ़ जाती है। हालाँकि कोविड के इलाज में इस्तेमाल होने वाली स्टेरॉयड की खुराक ब्लड कैंसर और रुमेटोलॉजिकल स्थितियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली खुराक से कम होती है। हम म्यूकर को आमतौर पर उन मरीजों में नहीं देखते।
10) क्या कोविड के मरीजों में म्यूकर के जोखिम हैं?
हाँ, अनियंत्रित डायबिटीज और निमोनिया के मरीजों के इलाज के लिए एंटी-बायोटिक का अधिक सेवन ज़िम्मेदार कारक हैं।
11) इससे बचाव के लिए मैं क्या कर सकता हूँ?
कोविड के रोग के दौरान मीठी और मीठे पेय न लें। ऑक्सीजन की ट्यूब्स लगातार बदलने की कोशिश करें, यदि संभव न हो तो हेल्थकेयर स्टाफ से ट्यूब्स साफ़ करते रहने को कहें। ऑक्सीजन में नमी के लिए नल का पानी इस्तेमाल न करें। केवल स्टेराइल वाटर इस्तेमाल किया जा सकता है। ह्यूमिडीफायर को भी लगातार साफ़ रखने की ज़रूरत होती है, ताकि उसके अन्दर फफूंद न पनपने लग जाए। ऑक्सीजन सिलेंडर को इस्तेमाल करने से पहले अच्छे से साफ़ करें। मरीज़ को अच्छी रौशनी वाले और हवादार जगह पर रखें। कमरे में यदि कोई ऐसी चीज़ है जिसमें नमी हो सकती है जैसे इस्तेमाल हुए कपड़े, गीली लकड़ी वाला फर्नीचर, या ऐसा सामान जिसमें फफूंद जम सकती है उन्हें मरीज़ के कमरे से बाहर निकाल देना चाहिए। गीले कपड़ों का इस्तेमाल न करें और कोशिश करें चादर बदलते रहें।
12) म्यूकर इन्फेक्शन के शुरुवाती लक्षण क्या हैं जिनके बारे में मुझे डॉक्टर को बताना चाहिए?
नाक के अंदरूनी जगहों पर दर्द, नाक बंद होना, चेहरे के अंदरूनी हिस्सों में दर्द, सर के एक तरफ दर्द, सूजन या सुन्न होना, नज़र का धुंधला होना, दांत में दर्द, डांत झड़ना इसके कुछ शुरुवाती लक्षण हैं जिनके बारे में तुरत डॉक्टर को बताया जाना चाहिए।
13) मैं इस इन्फेक्शन को ठीक कैसे कर सकता हूँ?
आप इस स्थिति को घर में ठीक नहीं कर सकते.... इस बीमारी के लिए विशेषज्ञ की आवशयकता होती है.... किसी फिजिशियन, ईएनटी/आँखों के सर्जन से मदद लें.... म्यूकर का इलाज केवल विशेषज्ञों द्वारा किया जा सकता है। इसके इलाज में सर्जरी के साथ साथ एंटी फंगल थेरेपी दी जा सकती है, और यह प्रक्रिया 4 से 6 महीने तक चल सकती है।
14) मेरे एक रिश्तेदार को घर पर ब्लैक फंगस था। मुझे चिंता है कि मेरे और मेरे बच्चों के साथ घर पर क्या होगा? इसे दूसरों में फैलने से कैसे बचाया जा सकता है?
SARS CoV, mucor एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता। जो लोग स्वस्थ हैं उन्हें इस बीमारी के संपर्क में आने से नहीं डरना चाहिए। अगर घर में कुछ ऐसे सदस्य हैं जो अन्य कारणों से स्टेरॉयड ले रहे हैं, हमें फिक्र करने की ज़रूरत नहीं है। उन्हें इसका जोखिम तभी है यदि वे लोग ऑक्सीजन के हाई फ्लो पर हैं और अगर वे कोविड से ग्रसित होते हैं।
15) क्या यह सच है कि यदि आप कोविड वैक्सीन लेते हैं तो आपको यह इन्फेक्शन हो सकता है?
नहीं, बिलकुल भी नहीं.... यह फंगस उन लोगों को परेशान नहीं करता जिन्होंने कोविड वैक्सीन ली है। बल्कि वैक्सीन जल्द से जल्द लेना कोविड और आगामी ब्लैक फंगस से बचाव है।
एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल के बारे में:
एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर अगस्त 2011 में तब अस्तित्व में आया जब पहले से स्थापित 56 बेड हॉस्पिटल को अत्याधुनिक उपकरण, सुविधओं, नवीनतम ऑपरेशन थिएटर और चिकित्सकीय कौशल से संयुक्त 157 बेड क्षमता वाले हॉस्पिटल में रूपान्तरित किया गया। आज यह हॉस्पिटल 250 बेड की क्षमता के साथ मध्यभारत का अग्रणी चिकित्सकीय संस्थान बन गया है जो हृदयरोग, मष्तिस्क विज्ञान, गुर्दारोग और हड्डीरोग जैसे क्षेत्रों में विस्तृत एवं उत्कृष्ट सेवाएं दे रहा है। हॉस्पिटल का लगभग 1.26 लाख वर्ग फुट इमारती क्षेत्र 3 एकड के परिसर में फैला है।
नारायणा हेल्थ के बारे में:
चिकित्सा जगत द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी सुपरस्पेशलिटी टरशरी केयर सुविधाओं के साथ, नारायण हेल्थ सभी के लिए सम्पूर्ण हेल्थकेयर संस्थान है, जिसे डॉ देवी शेट्टी द्वारा स्थापित किया गया है और इसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। सन 2000 में बेंगलुरू के एनएच हेल्थ सिटी में लगभग 225 बिस्तरों के साथ पहले अस्पताल को स्थापित किया गया था। अस्पताल समूह आज देश में 24 अस्पतालों और 7 हृदय केंद्रों के साथ मल्टीस्पेशलिटी, सुपरस्पेशलिटी और प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं की एक श्रृंखला चलाती है और केमैन आइलैंड्स में एक एकल अस्पताल भी है, जिसके सभी केंद्रों को मिलाकर 5,600 से अधिक ऑपरेशनल बेड हैं और लगभग 7,300 बिस्तरों तक पहुंचने की क्षमता है।
अधिक जानकारी के लिए: www.narayanahealth.orgया संपर्क करें - रवि भगत (उप महाप्रबंधक ) - 09755550817
HARRY
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