छत्तीसगढ़
3 साल से सोलर प्लांट खराब, अंधेरे में गुजर-बसर कर रहे ग्रामीण
Shantanu Roy
22 April 2022 7:04 PM GMT
x
छग
बैकुंठपुर। कोरिया जिले के सोनहत जनपद अंतर्गत ग्राम रावतसरई के एक मोहल्ले के 100 से ज्यादा ग्रामीण अंधेरे में रहने को मजबूर है, लगाया गया सोलर प्लांट 3 साल से खराब पड़ा है, खंभों में लगे तारों को काटकर विभाग के कर्मचारी ले गए, वहीं प्लांट की मशीन भी निकाल कर दूसरे स्थान पर लगा दिया गया। ग्रामीणों ने सैकड़ों आवेदन क्रेडा विभाग को दिया, परन्तु आज तक किसी भी प्रकार की मदद करने विभाग आगे नहीं आया।
कोरिया जिले के कई ऐसे दूरस्थ क्षेत्र है, जहां विकास की किरण अब तक नहीं पहुंच पाई है, भाजपा सरकार के समय लगे सोलर प्लांट बंद हो चुके है, ग्रामीण अंधेरे में रहने को मजबूर है। सोनहत के ग्राम पंचायत रावतसरई के आंवरा पारा मोहल्ले में लगभग 100 घर की आबादी है, यहां लगे खंभों के तारों को काट कर कही ओर ले जाया गया है, कई खंभे ऐसे ही खड़े हुए है। यहां का सोलर प्लांट को देखने क्रेडा विभाग के ना तो अधिकारी कभी आए और ना की कर्मचारी, ग्रामीण बताते है कि जब कुछ सामान यहां से कुछ कही और लगाने के लिए ले जाना होता है तो क्रेडा के कर्मचारी सोलर प्लांट पहुंचते है, सामान खोल कर ले जाते है।
चुनाव के बाद से है बंद
ग्रामीणों की माने तो रावतसरई का मोहल्ला आंवरापारा में विधानसभा चुनाव के पूर्व सोलर प्लांट से उन्हें बिजली मिलती थी, मोहल्ले के सभी घरों में कनेक्शन था, परन्तु चुनाव के बाद से यहां के प्लांट पर किसी की नजर लग गई, बीते 3 साल से ज्यादा समय से प्लांट पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है। बैटरी फूट चुकी है, एक दो सोलर प्लेट खराब हो चुकी है। यहां लगी बैटरियों की देखभल करने कोई नहीं आता है। प्लांट में लगी मशीन को खोलकर क्रेडा विभाग के कर्मचारी ले जा चुके है।
मोबाइल चार्ज करने के काम का
आंवरा पारा मेंं लगा सोलर प्लांट अब किसी काम का नहीं रहा है, यहां के ग्रामीणों में सोलर के नहीं सुधार कार्य करने को लेकर काफी नाराजगी है। प्लांट से यहां के ग्रामीण अपना मोबाइल चार्ज करते है, सुबह से यहां मोबाइल चार्ज करने काफी संख्या में मोबाइल पहुंच जाते है, एक ग्रामीण इस कार्य के लिए वहीं तैनात रहता है। ग्रामीण बताते है कि सोलर प्लांट यदि बन जाता तो ऐसे हालात नहीं रहते है उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी बारिश के दिनों में होती हैै। ग्राम सभा से लेकर क्रेडा विभाग के कार्यालय तक दौड़ लगा कर वो थक चुके है। परन्तु उनका सोलर प्लांट आज तक सुधर नहीं पाया है, बल्कि यहां लगी कई मशीने खुद क्रेडा विभाग लेकर जा चुका है।
Shantanu Roy
Next Story