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कोरबा। सांप डंसने के बाद अस्पताल में उपचार कराने के बजाए बैगा से झाड़ फूंक कराना एक ग्रामीण को महंगा पड़ गया और इसकी कीमती उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. पोड़ी ब्लाॅक के ग्राम रिंगनिया में रहने वाला धनसाय अपना खेत गया हुआ था. इसी दौरान एक जहरीले सांप ने उसे काट लिया. इसके बाद परिजन उसे अस्पताल ले जाने के बाए बैगा के पास ले जाकर झाड़ फूंक कराने लगे, यही वजह है कि समय पर उसे उपचार नहीं मिला और शरीर में जहर फैलने के बाद उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई. कोरबा में जिस तरह से लगातार सांप निकलने की घटनाएं बढ़ती जा रही है.
उसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सर्प मित्र भी सर्पदंश की स्थिति में पीड़ित को अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दे रहे फिर भी आज भी लोग अंधविश्वास की बेड़ियों में जकड़े हुए हैं. ग्राम रिंगनिया निवासी धनसाय को एक जहरीले सांप ने काट लिया था. धनसाय को अस्पताल ले जाने के बजाए परिजन सीधे बैगा के पास ले गए और झाड़फूंक कराया. बावजूद इसके धनसाय की सेहत में किसी तरह का सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद परिजन उसे लेकर पोड़ी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां के चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. समय पर अगर उसे अस्पताल में उपचार मिल जाता तो जहर शरीर में नहीं फैलता और उसकी जान बच सकती थी. पुलिस मर्ग कायम कर आगे की कार्रवाई कर रही है.
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