राजनांदगांव– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की रेडियो वार्ता लोकवाणी की 11वीं कड़ी 'नवा छत्तीसगढ़ : हमर विकास-मोर कहानी' को आज डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम मोहड़ में ग्रामवासियों ने तन्मयता पूर्वक सुना। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को न्याय, स्वाभिमान और स्वावलंबन की जिंदगी देना राज्य सरकार का लक्ष्य है। इसके लिए राज्य सरकार ने धान का दाम 2500 रुपये क्विंटल, कृषि ऋण माफी, सिंचाई कर माफी, रियायती बिजली, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के किसानों को खेती के लिए नि:शुल्क बिजली जैसी योजनाएं लागू की, ताकि किसानों के चेहरे पर मुस्कुराहट लौट आए।
वनांचल क्षेत्रों में वनवासियों को वन अधिकार पत्र और सामुदायिक वन अधिकार पत्र मिलने से वनांचल क्षेत्र में विकास की नई शुरूआत हो रही है। निरस्त दावों में से 40 हजार से ज्यादा लोगों को व्यक्तिगत पट्टे और 46 हजार सामुदायिक पट्टे दिए गए। सामुदायिक पट्टे देने के मामले में तो यह एक नई क्रांति हुई है। इस प्रकार प्रदेश में 4 लाख 87 हजार भू-अधिकार पट्टों के माध्यम से 51 लाख एकड़ भूमि का पट्टा दिया जा चुका है, जो देश में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक 2500 रूपए से बढ़ाकर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा किया गया, तो पूरे वनांचल में उत्साह की लहर उठी। लघु वनोपज खरीदने का दायरा 7 से बढ़ाकर 31 किया गया, तो देश में सर्वाधिक वनोपज खरीदने वाला राज्य छत्तीसगढ़ बन गया। उन्होंंने कोरोना संकटकाल में पढ़ई तुहंर दुवार योजना के तहत बच्चों की ऑनलाईन पढ़ाई के लिए शिक्षकों को साधुवाद दिया।