छोटे किराना दुकानों को सील और बड़े कंपनियों को छूट को लेकर व्यापारियों की राजनीति गरमाई
नामी कंपनियों के गोदाम नियम विरूद्ध खुलने का व्यापारी संगठनों ने किया विरोध
चेंबर अध्यक्ष के संरक्षण वाले माल और सुपर बाजार में दोहरा मापदंड
छोटे व्यापारियों की दुकान सील करने को लेकर एडीएम दफ्तर पहुंचे व्यापारी
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। मोहल्ले के किराना दुकानों को छूट और मेन रोड की दुकानों को सील करने को लेकर व्यापारी संगठन और प्रशासन आमने-सामने आ गए है। व्यापारी संगठन ने आरोप लगाया है कि चेंबर अध्यक्ष दोहरी राजनीति कर रहे है। एक ओर बड़े-बड़े सुपरबाजार, मॉल और बड़े-बड़े कंपनियों के गोदाम को खोलकर अपने करीबियों के गली-मोहल्ले की दुकानों में पहुंचा रहे है, वहीं मुख्य मार्ग पर स्थित दुकानों को खोलने पर सील करने का कार्रवाई को चेंबर की मिलीभगत का आरोप लगाया है। व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि चेंबर अध्यक्ष जानबूझ कर जिन्होंने चेंबर चुनाव में समर्थन नहीं दिया उनके दुकानों को चुन-चुन कर सील करवा रहे है। चेंबर अध्यक्ष के संरक्षण में ही बड़ी कंपनियों के गोदाम खुलकर माल सप्लाई कर रहे है और गली मोहल्ले की दुकानों में थोक में पहुंचा रहे है। रिंग रोड और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी कंपनियों के गोदाम को रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक माल सप्लाई का आदेश दिया है। उसका उल्लंघन करते हुए बड़ी कंपनियों दिन में सुबह 10 बजे से 5 बजे तक माल सप्लाई कर रही है। जिसके कारण चेंबर और व्यापारियों के संगठन में दो फाड़ हो गया है।
बड़े व्यापारी संगठनों ने कलेक्टर को फोटो भेजकर विरोध दर्ज कराया है कि कुछ नामी कंपनियों के गोदाम नियमों के विरूद्ध खोले जा रहे है।थोक बाजारों को रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक ही खोलने की अनुमति है। रिंग रोड नंबर तीन पर स्थित एक कंपनी के गोदाम में साम 5 बजे तक गाडिय़ों में लोडिंग -अनलोडिंग की जा रही है। मालवीय रोड व्यापारी संघ से जुड़े दो दर्जन से ज्यादा व्यापारियों के प्रतिनिधियों ने कारोबारियों के साथ एडीएम कार्यालय पहुंचकर घेराव किया। उन्हें बताया गया कि लॉकडाउन में स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं मिलने की वजह से कारोबारी संशय में है। ऐसे में गलती से अगर दुकानें खुल जा रही है तो समजाकर बंज कराने के बजाय सील कर दिया जा रहा है। साथ ही बारी भरकम जुर्माना वसूला जा रहा है। इससे कारोबारियों की परेशानियां और बढ़ती जा रही है। कुछ व्यापारियों ने कहा कि एसी, कूलर पंखेकी होम डिलीवरी की बात कही गई है। दुकानें सील करवाने के लेकर व्यापारियों ने विरोध करते हुए कहा कि प्रशासन के आदेश में स्पष्टता नहीं है।
खुले गोदाम को करेंगे सील
बड़े व्यापारी संगठनों ने कलेक्टर को फोटो भेजकर विरोध दर्ज कराया है कि कुछ नामी कंपनियों के गोदाम नियमों के खिलाफ खोले जा रहे हैं। थोक बाजारों को रात 11 से सुबह 5 बजे तक ही खोलने की अनुमति है। रिंग रोड नंबर 3 पर स्थित एक कंपनी के गोदाम में शाम 5 बजे तक गाडिय़ों में लोडिंग-अनलोडिंग की जा रही है। व्यापारियों ने इसका विरोध भी किया तो मैनेजर ने बताया कि विशेष अनुमति मिली है। हालांकि कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन ने बताया कि किसी को कोई विशेष अनुमति नहीं है। गोदाम खुले तो उन्हें सील कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले भी निगम अफसरों ने रिलायंस बाजार को सील किया था।
होलसेल व्यापरियों ने जताया विरोध
व्यापरियों का कहना है, कि हम लोगों से भेदभाव किया जा रहा है। रात में 11 बजे से 4 बजे तक थोक व्यापारी सामान स्टॉक रखवा रहे है। व्यापरियों ने बताया कि हिंदुस्तान यूनिलीवर पावर लिमिटेड कंपनी में रोजाना 100 से 150 मजदूर बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के काम करते है। कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर गोदाम को सील किया जाना चाहिए। कलेक्टर डॉ. भारती दासन ने कहा-जिला-प्रशासन द्वारा किसी भी व्यापारी और कंपनी को अलग से आदेश नहीं दिया गया है। व्यापारी और कंपनी को अलग से आदेश नहीं दिया गया है। इसकी जानकारी ली जा रही है।
हिंदुस्तान यूनिलीवर पावर लिमिटेड कंपनी को मिला अलग आदेश?
राजधानी के गिरौद गांव में स्थित हिंदुस्तान यूनिलीवर पावर लिमिटेड कंपनी में रोजाना माल लोड-अनलोड किया जाता है। मामले में जनता से रिश्ता के संवाददाता ने कंपनी के मैनेजर रिकेश सिन्हा से बातचीत की। उन्होंने बताया कि उनके पास कलेक्टर से अलग आदेश मिला है जिसमें उन्होंने ने खुद 10 बजे से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया है इसी समय में यहा काम हो रहा है। ये कंपनी साबुन, निरमा पैकेट और सेनिटाइजर का आयात-निर्यात का काम करते है। मगर लिहाजा ये काम रात को 11 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक करना था। लेकिन ऐसा यहा नही हो रहा है। इस कंपनी में 100 से 150 मजदूर काम करते है लेकिन यहां कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं है कोई मजदूर मुंह में काम करते समय मास्क नहीं लगाता है जिससे कोरोना के फैलने का डर भी बना हुआ है। सूत्रो के अनसार लॉकडाउन के दौरान 10 दिनों में ही लगभग 90 करोड़ का माल ट्रांसपोर्ट किया गया। जीएसटी और कैशबुक की जांच करने पर इसका खुलासा हो सकता है।
एडीएम को दिया ज्ञापन
मालवीय रोड व्यापारी संघ से जुड़े दो दर्जन से ज्यादा व्यापारिक प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को कारोबारियों के साथ एडीएम कार्यालय पहुंचकर एडीएम को घेर लिया। उन्हें बताया गया कि लॉकडाउन में स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं मिलने की वजह से कारोबारी संशय में है। ऐसे में गलती से अगर दुकानें खुल जा रही हैं, तो समझाकर बंद करने के बजाय सील कर दिया जा रहा है या तगड़ा जुर्माना हो रहा है। इससे कारोबारियों की परेशानियां बढ़ जा रही हैं। कुछ व्यापारियों ने कहा कि एसी, कूलर, पंखे की होम डिलीवरी की बात कही गई है। लेकिन बिना दुकान खोले होम डिलीवरी नहीं की जा सकती है। वहीं व्यापारी नेता योगेश अग्रवाल, राजेश वासवानी और निकेश बरडिय़ा ने सुपर बाजार के नाम पर गली मोहल्लो की दुकानो को सील करने पर विरोध जताते हुए कलेक्टर से इन्हें कारोबार की छूट देने की मांग की है।