छत्तीसगढ़

स्काई वॉक: दो साल बाद भी तय नहीं, टूटेगा या बनेगा!

Admin2
28 Jan 2021 5:47 AM GMT
स्काई वॉक: दो साल बाद भी तय नहीं, टूटेगा या बनेगा!
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करोड़ों खर्च करने के बाद निर्माण अधर में

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी की सौंदर्यता बढ़ाने के लिए वर्ष 2016-17 में तात्कालिक मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ड्रीम प्रोजेक्ट स्काई वॉक बनाने का फैसला लिया था जिसकी कीमत 70 करोड़ रूपये करीब की थी। यह स्काई वॉक शहर के बीचों-बीच घड़ी चौक और जयस्तंभ मेंं बनने वाला था जिसके कारण दिन में लगने वाले जाम और पैदल चलने वालों को होने वाली दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। यह स्काई वॉक घड़ी चौक के चारों तरफ गुजरने वालों रास्तों पर एक रिंग की आकृति में बनाया जाना था जिसमें अलग-अलग दिशाओं में उतरने और चढऩे के लिए सीढिय़ों के साथ स्केलेटर भी लगाए जाने थे। तात्कालिक रमन सरकार का तर्क था कि इससे घड़ी चौक जैसे बेहद व्यस्त रहने वाले चौराहे पर पैदल गुजरने वालों को सहूलियत होगी और नीचे ट्रैफिक भी बाधित नहीं होगा। किन्तु यह स्काई वॉक की योजना धरी की धरी रह गई।

तात्कालिक रमन सरकार ने शुरू की थी योजना

यह स्कायवॉक की योजना वर्ष 2016-17 में तात्कालिक मुख्यमंत्री रमन सिंह ने की थी। जब स्कायवॉक का निर्माण कार्य किया जा रहा था तब लोगों का कहना आया था कि यह योजना आम जनता के पैसों की बर्बादी है। तात्कालिक बीजेपी सरकार के द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्य में विपक्ष भी इसकी खामियां निकालने से पीछे नहीं हटी। उस दौरान विधानसभा में भूपेश बघेल के द्वारा भी इसका मुद्दा उठाया गया था जिसे अंत में बंद करना ही पड़ा।

निर्माण कार्य के लिए अब तक नही लिया गया कोई निर्णय- सत्यनारायण शर्मा, विधायक

स्कायवॉक के पुननिर्माण के लिए दिसंबर 2020 में कांग्रेस कमेटी के द्वारा एक बैठक बुलाई गई थी जिसमें शहर के समस्त नेता शामील हुए थे। इस बैठ में तय होना था की स्कायवॉक का पुननिर्माण कब से किया जाएगा। इस संबंध में 25 जनवरी को जनता से रिश्ता के संवाददाता के द्वारा ग्रामीण विधायक सत्यनारायण शर्मा से जानकारी चाहि गई तो आपके द्वारा कहा गया कि दिसंबर में स्कायवॉक के पुननिर्माण के लिए बुलाई बैठक डिले हो गई थी जिसके लिए आने वाले समय में पून: बैठक बुलाई जाएगी। इसके साथ ही आपसे पुछा गया कि स्कायवॉक का पुननिर्माण कब से प्रारम्भ किया जाएगा तो आपने कहा कि इसमें किसी प्रकार से अब तक निर्णय नही लिया गया है।

78 करोड़ का हो गया प्रोजेक्ट

ज्ञात हो कि इस स्काई वॉक का निर्माण 24 अप्रैल 2017 से प्रारंभ हुआ था जिसका टेंडर मेसर्स जीएस एक्सप्रेस प्रा.लि. लखनऊ की कंपनी को दिया गया था। इस स्कायवॉक की कुल लंबाई 1470 मीटर है जिसे मल्टीलेवल पार्किंग जयस्तंभ की ओर 614 मीटर, आंबेडकर अस्पताल की ओर 590 मीटर तथा शास्त्री चौक की ओर 266 मीटर बनेगी। इसके साथ ही इसकी चौड़ाई मल्टीलेवल पार्किंग एवं आंबेडकर अस्पताल की ओर 3.75 मीटर तथा रोटरी भाग में 4 मीटर की बनेगी। इस योजना पर 13 दिसंबर 2018 को पुन: पुनरीक्षित प्रशासकीय राशि 77 करोड़ 10 लाख 30 हजार रुपए की मंजूरी मिली थी। इसके साथ ही इसमें 8 स्थानों पर 32 दुकानें बनाने की योजना है। वर्तमान में इस स्कायवॉक का 60 फीसदी काम पूरा हो गया है तथा अब तक 36 करोड़ 44 लाख रुपए खर्च हो गए हैं।

कब होगा स्कायवॉक का पुननिर्माण प्रारंभ

शहर की सौंदर्यता के लिए बनाया जा रहा स्कायवॉक एक समय में राजनैतिक मुद्दा बन गया था। इस राजनैतिक मुद्दो के बिच स्कायवॉक का प्रोजेक्ट दब कर रह गया था। एक वक्त ऐसा आ गया था कि इस स्कायवॉक को तोडऩे के लिए कमेटी बनाई जा रही थी किन्तु अब पुन: भुपेश सरकार के द्वारा इसके पुननिर्माण के लिए फैसला लिया जा रहा है। जानकारी में पता चला कि सरकार के द्वारा 2021 में पून: निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा किन्तु यह कार्य कब प्रारंभ होगा इस संदर्भ में किसी प्रकार से जानकारी प्राप्त नही हुई है। लोगों का कहना है कि स्कायवॉक बनाने से लोगों का पैसा बर्बाद हो रहा है। स्कायवॉक का उपयोग लोगों के द्वारा बहुत ही कम किया जाएगा।

यह भी कहना है कि इसका उपयोग इमरजेंसी के समय नही किया जा सकता। सरकार यह प्रोजेक्ट बनाकर लोगों का पैसा और अपना समय दोनों बर्बाद कर रही है। खैर अब देखना होगा कि सरकार यह कार्य कब तक पूर्ण कर पाएगी।

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