रायपुर। राजधानी के सिविल लाइन थाना के सब इंस्पेक्टर मनीष बाजपेयी ने आज घरेलू सामान की चोरी होने की शिकायत और एफआईआर लिखने के बजाय शिकायतकर्ता के साथ ही बहसबाजी शुरू कर दी। और अपने वर्दी का रौब दिखाकर शिकायतकर्ता को बार-बार उसके घरेलू सामान का बिल मांगा। जब शिकायतकर्ता ने कहा कि घरेलू सामान 6 साल पुराना है तो उसका बिल ढूंढना पड़ेगा। इस बात पर एसआई ने शिकायतकर्ता पर ही सवालों की बौछार कर दी। जिससे तंग आकर शिकायतकर्ता एफआईआर नही लिखाया और घर वापस आ गए। आपको बता दें कि शिकायतकर्ता छत्तीसगढ़ का पहला मिड-डे समाचार पत्र के प्रबंध संपादक पप्पू फरिश्ता का बेटा आकिब फरिश्ता है। आकिब ने सिविल लाइन टीआई के पास भी गया था। मगर एसआई ने टीआई के आदेशों का भी पालन ना करते हुए एफआईआर नही लिखी।
मीडिया घराने के साथ ही एसआई का ऐसा रवैया हो तो आम जनता की क्या बात की जाए। एसआई मनीष बाजपेयी द्वारा मीडिया घराने के युवक आकिब फरिश्ता के साथ बदतमीजी से बातचीत किया। इस मामले की जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन, थाना प्रभारी सिविल लाइन को होने के बाद भी एसआई ने तीनों अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करते हुए मीडिया घराने के युवक की एफआईआर लिखते समय बहस बाजी की।
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