शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने ईसा मसीह के हिन्दू होने का किया दावा
रायपुर। शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने ईसा मसीह के हिन्दू होने का दावा किया हैं, कहा कि 10 वर्षों तक ईसा मसीह भारत में रहे, जिसमें 3 वर्ष पूरी में बिताये, पूरी के शंकराचार्य से उनका सम्पर्क था.
दरअसल रावांभाठा स्थित सुदर्शन संस्थानम् में मीडिया से बातचीत में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि दुनिया में कितने ही देश हैं। सभी अपने-अपने धर्म को खुलकर मानते हैं। दुर्भाग्य है कि भारत को धर्म निरपेक्ष राष्ट्र की संज्ञा दी जाती है। असल में ऐसा कहकर हिंदुओं को बेवकूफ बनाया जा रहा है। भला कोई वस्तु अपने गुण-धर्म से अलग कैसे हो सकती है! दीये का काम है रोशनी देना। दीया रोशनी न दे तो उसकी क्या उपयोगिता। यही बात राष्ट्र पर भी लागू होती है। जिस हिंदू धर्म को मानने वाले लोग सबसे ज्यादा रहते हैं, वह राष्ट्र उस धर्म से अप्रभावित कैसे हो सकता है।
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा, सवर्ण, एसटी-एससी जैसे शब्द राजनेताओं की देन है। देश में रोज सवर्ण, एसटी, एससी पर बहस हो रही है। क्या यह व्यवस्था सनातन धर्म की देन है? नहीं। यह तो राजनेताओं का दिया शब्द है। इन शब्दों के जरिए वैदिक सनातनी हिंदुओं को लड़ाया जा रहा है। इसमें उनके हित छिपे हैं। यह लोगों को समझना होगा कि वे राजनेताओं के बहकावे में न आएं।