संवेदनशील गृहमंत्री ने सुनी वृद्धा की गुहार, दुकान से हटा बेजा कब्जा
पीडि़त महिला की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई कर न्याय दिलाया
अनुबंध समाप्त होने के बाद भी किराएदार ने कर रखा था बलात कब्जा
786 बिरयानी वालों ने दुकान पर कर रखी थी बलात कब्जा
भाजपा नेता गौरीशंकर श्रीवास ने गृहमंत्री तक पहुंचाई पीडि़ता की आवाज
रायपुर। राजधानी सहित राज्य में सरकार बदलने के साथ कानून-व्यवस्था में भी परिवर्तन दिखने लगा है। प्रशासनिक कसावट के साथ सरकार की संवेदनशीलता की झलक भी पिछले दिनों देखने को मिला जब पिछले पांच सालों से अपनी दुकान बेजा कब्जाधारियों से मुक्त कराने थाने-पुलिस की चक्कर लगा रही वृद्धा की दुकान कब्जा मुक्त हुआ। दरअसल जब पीडि़त वृद्धा ने जब अपनी पीड़ा नवगठित सरकार के सहिष्णु और संवेदनशील उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा को सुनाई तो उन्होंने त्वरित मामले को संज्ञान में लेकर एसडीएम रायपुर को कार्रवाई के लिए कहा और उनके निर्देश पर दूसरे ही दिन पीडि़ता की दुकान से बेजा कब्जा हटवा कर उसके सुपुर्द कर दिया गया। महिला की दुकान से बेजा कब्जा हटवाने में भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने विशेष भूमिका निभाई जिन्होंने पीडि़त महिला को विजय शर्मा से मिलवा कर उसकी व्यथा उन तक पहुंचाई और स्वत: खड़े होकर पुलिस की मौजूदगी में दुकान से कब्जा हटवाया। पीडि़ता महेंद्री देवा राणा ने गृहमंत्री से गुहार लगाई कि पंडरी मेन रोड में दो शटर वाला दुकान जो बीकानेरी स्वीट्स के ठीक बाजू में है, इस दुकान के ठीक उपर मैं अपने बेटे-बहू, नाती के साथ निवास करती हूं।
इस दुकान को मेरे पति स्व. अंजोर सिंह राणा के व्दारा मो. युनुस रजा निवासी विशाल नगर रायपुर को होटल चलाने के लिए मासिक किराया पर दिया गया था, अनुबंध सन 2016 में पूरा हो गया। जिसका किराया एवं किराएदार मो. युनुस रजा का भी संभवत: देहांत हो गया है। बीते पांच वर्षो से युनुस रजा के पारिवार के सदस्यों के व्दारा मेरे उक्त दुकान में हमेशा से सामान लाना एवं ले जाने कार्य किया जाता रहा है। जो पूर्ण रूप से संदेहास्पद है। चूंकि सन 2016 के बाद मेरे पति के व्दारा किसी भी किरायानामा हेतु अनुबंध नहीं किया गया। उसके बाद भमो. युनुस के परिवार के सदस्यों के व्दारा मेरे बेटे एवं बहू से लगातार यह बोला जाता रहा है कि आप लोगों को जो करना हा कतर लीजिए आप लोग हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते. अत: ऐसी परिस्थिति निर्मित होने के बाद मेरा लड़का संतोष राणा अपनी नौकरी छोड़कर विगत तीन वर्षों से मेरे बहू-नाती की सुरक्षा की चिंता में घर पर ही रहता है। मेरे घर के बाजू में मो. युनुस के पारिवारिक सदसक्य अब्दुल अजीम जिनके दुकान का नाम सुपर टाइम्स है और जिनका मोबा. 7869080500 है, के व्दारा लगातार दुकान में सामान खाली करवाया जाता है। जो हमेशा से ही संदेहास्पद रहा है। अब्दुल अजीम से बात करने पर बोला जाता है कि यह सामान उनके मामा मो.अयूब खान मो. 9009672700 है उनका बताया जाता है। अयूब खान से संपर्क करने पर अयूब खान के व्दारा यह बोला जाता है कि आप लोगों को जो करना है कर लीजिए दुकान का उपयोग इसी तरह से ही होगा हमारे व्दारा कब्जा करके ही रका जाएगा। महेंद्री देवा राणा ने गृहमंत्री को बताया कि मैं शहर की वरिष्ठ प्रतिष्ठित नागरिक एवं संभ्रात परिवार से हूं एवं मेरे पति का स्वर्गवास हो गया है। पूरा परिवार इस अवैध कब्जेधारी परिवार के आतंक से पीडि़त है अत: वृद्ध विधवा महिला और उनसे परिवार की सुरक्षा को ध्यान में उक्त कब्जा से पूरे सामान को पुलिस सुरक्षा में हटवाने की कृपा करेंगे। जिस पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वृद्ध महिला के परिवार को आतंक से मुक्त कराया जिसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।