छत्तीसगढ़

ढाई साल में प्रदेश में 50 हजार किलोग्राम गांजा की जब्ती

Nilmani Pal
22 Oct 2021 5:16 AM GMT
ढाई साल में प्रदेश में 50 हजार किलोग्राम गांजा की जब्ती
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  1. राजधानी में सक्रिय नशे के धंधेबाज आसिफ-मुनाफ गैंग पर नहीं हो रही कार्रवाई
  2. अवैध शराब और नशीली दवाओं की जब्ती के पुलिस ने बनाए 34,335 प्रकरण

रायपुर/बिलासपुर (जसेरि)। प्रदेश की युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में फंसती जा रही है। नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट पर गौर करें तो बीते ढाई साल के दौरान छत्तीसगढ़ के अलग-अलग क्षेत्रों में 50 हजार किलोग्राम गांजा की जब्ती पुलिस ने बनाई है। जब्ती किए गए गांजा की कीमत पुलिस ने 61 करोड़ स्र्पये के करीब तय किया है। गांजा के अलावा शराब और नशीली दवाओं की भी बेखौफ तस्करी हो रही है। गांजा से लेकर नशीली दवाओं और शराब तस्करों की सक्रियता इस कदर बढ़ी हुई है कि आए दिन नशे के सामानों की जब्ती पुलिस कर रही है। चौकसी के नाम पर खानापूर्ति की आशंका भी जताई जा रही है।

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि ब्यूरो की रिपोर्ट चिंताजनक तो है साथ ही युवा पीढ़ी के लिए खतरे की घंटी भी है। तस्करों ने सोची समझी रणनीति के तहत प्रदेश की युवा पीढ़ी को नशे की गिरफ्त में ढकेलने का काम कर रहे हैं। अवैध शराब के अलावा नशीली दवाओं की बेखौफ तस्करी और बिक्री हो रही है। उन्होंने कहा कि नेशनल क्राइम ब्यूरो के आंकड़े का विश्लेषण करें तो शांति का टापू रहा छत्तीसगढ़ आज अपराधियों का गढ़ हो गया है।

वर्ष 2020 के आंकड़े की बात करें तो छत्तीसगढ़ आज किशोरों द्वारा किये अपराध, पुलिस कर्मियों की हत्या में पहले स्थान पर। नाबालिग आदिवासियों बेटियों के साथ दुष्कर्म के मामलों ने चिंता और भी बढ़ा दी है। प्रदेश में दो वर्ष में 2600 अपहरण और छह हजार से अधिक नाबालिगों के लापता होने के प्रकरण दर्ज हैं। एक वह भी दिन था जब प्रदेश में किसानों की आत्महत्या जैसी स्थिति कभी नहीं बनी थी। राज्य शासन के आंकड़ें बताते हैं कि ढाई साल में 14 हजार 968 आत्महत्या के प्रकरण दर्ज हुए हैं। प्रदेश में 6100 श्रमिक और 439 किसानों के आत्महत्या के प्रकरण दर्ज हुए हैं। यह केवल दर्ज आंकड़ें हैं। जिन्हें दर्ज नहीं किये गए वे कितने होंगे,इसकी कल्पना नहीं की जा सकती।

भारी मात्रा में गांजा के साथ तस्कर गिरफ्तार

रायगढ़ पुलिस ने लगभग दो क्विंटल से भी अधिक गांजे की बड़ी तस्करी को नाकाम किया है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के दिशा निर्देश पर दो गांजा तस्करों को उस वक्त पकड़ा गया, जब वे रायगढ़ शहर से जशपुर की तरफ एक वाहन के ड्रम में छुपाकर गांजे की तस्करी कर रहे थे। ज्ञात हो कि रायगढ़ जिले की ओडिशा सीमा से लगे इलाकों में गांजे की बढ़ती तस्करी को लेकर पुलिस अधीक्षक ने अलग-अलग थानों में कड़े निर्देश देकर पेट्रोलिंग करने के साथ-साथ ओडिशा तरफ से आने वाली हर गाड़ी की सघन जांच के आदेश दिए हैं और इस पर अब सफलता भी मिल रही है। अभिषेक मीणा ने बताया कि जब वाहन को रोककर जांच की गई, तब 6 से अधिक ड्रमों के भीतर बड़ी मात्रा में गांजे के पैकेट मिले। जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कीमत लाखों में है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने बताया कि पकड़े गए दोनों गांजा तस्करों से पूछताछ जारी है। साथ ही साथ इनके वाहन को जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पकड़े गए दोनों युवकों के नाम पूरण वैष्णव शंकरनगर धांगरडिपा का रहने वाला हैं, वहीं दूसरा युवक राकेश गुप्ता वह किरोड़ीमल नगर का रहने वाला है। इन दोनों को पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

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