बिलासपुर। सीएसआर पहल “एसईसीएल के सुश्रुत” के तहत 12वीं पास विद्यार्थियों को नीट की कोचिंग दी जाएगी। इस कदम से कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि वाले छात्रों को लाभ होगा जो मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कोयलांचल के गावों और आस-पास में रहने वाले वे छात्र जो डॉक्टर बनना चाहते हैं लेकिन मेडिकल कोचिंग का खर्च उठाने में असमर्थ हैं।
कोचिंग के लिए छात्रों का चयन नीट के समान पैटर्न पर आधारित प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से होगा। कार्यक्रम के तहत बिलासपुर स्थित निजी कोचिंग संस्थान – प्रीमियर एकेडमी के साथ साझेदारी में 35 छात्रों के कुल बैच को कोचिंग प्रदान की जाएगी। इसमें आल इंडिया टेस्ट सीरीज़ के लिए एनरोलमेंट भी शामिल होगा। कार्यक्रम अनिवार्य रूप से आवासीय होगा और साथ ही निःशुल्क आवास और भोजन की सुविधा भी होगी। ऑनलाइन पंजीकरण की अंतिम तिथि 6 सितंबर है। चयन परीक्षा 10 सितंबर को आयोजित की जाएगी।
न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं कक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थी कोचिंग के लिए आवेदन करने के लिए पात्र होंगे। आवेदक को छत्तीसगढ़ या मध्यप्रदेश का मूल का निवासी होना चाहिए। आवेदक का निवास स्थान या उनका विद्यालय छत्तीसगढ़ के कोरबा, रायगढ़, कोरिया, सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर एवं मध्य प्रदेश के उमरिया, अनूपपुर और शहडोल जिलों में स्थित एसईसीएल के संचालन क्षेत्रों के 25 किमी के दायरे में होना अनिवार्य है। इसके अतिरिक्त आवेदक के पालकों की कुल आय आठ लाख रुपये प्रति वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। कोचिंग के लिए दी जाने वाली कुल सीटों में कोयला मंत्रालय की नीति के अनुसार आरक्षण भी लागू किया जाएगा, जिसके तहत एससी के लिए 14 प्रतिशत, एसटी के लिए 23 प्रतिशत और ओबीसी के लिए 13 प्रतिशत सीटें आरक्षित होंगी। एसईसीएल की वेबसाइट पर आवेदन फार्म और अन्य जानकारी अपलोड की गई है।