बैकुंठपुर। अरहर खेत की रखवाली कर रहे ग्रामीण पर हमला कर तेंदुए ने मार डाला, जिसके बाद ग्रामीणों ने दूसरे दिन जमकर हंगामा किया। सोमवार की सुबह तेंदुए को घटना स्थल से डेढ़ से दो किमी दूर नौडिया गांव में कुछ ग्रामीणों ने देखा। ग्रामीणों के हंगामे के बाद पूर्व संसदीय सचिव चम्पा देवी पावले तेंदुए को मारने की मांग कर धरने पर ग्रामीणों के साथ बैठ गई, वहीं मौके पर रायपुर, सरगुजा समेत गुरु घासी दास नेशनल पार्क डीएफओ समेत मनेंद्रगढ़ डीएफओ मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाकर धरना से उठाया।
रविवार की शाम हुए तेंदुए के हमले से मृतक के परिजन व ग्रामीण शव का पोस्टमार्टम कराने से मना करते हुए यह मांग करने लगे ही पहले ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वन विभाग तेंदुए को पकड़े या मार दे। इससे आने वाले दिनों में कोई और ग्रामीण तेंदुए का शिकार न बन सके। तेंदुआ को पकड़ने या मारने की मांग कर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने अस्पताल के बाहर धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे, वहीं इस बीच अधिकारियों के समझाइश के बाद पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव परिजनों को सौंप दिया गया।
यहां बता दें कि बीते एक महीने के भीतर तेंदुए ने चार ग्रामीणों समेत दो गाय पर हमला किया है। इसमें दो महिला समेत एक पुरुष की मौत हो गई। तीन अलग-अलग लोकेशन में पिंजरा और ट्रैकिंग कैमरा लगाने के बाद भी तेंदुआ पकड़ से बाहर है। यही वजह है कि ग्रामीण दहशत में है, वहीं ट्रेंक्युलाइज कर तेंदुए को पिंजरे में पकड़ने के लिए बिलासपुर से सात सदस्यों की टीम मौके पर पहुंच चुकी है।