छत्तीसगढ़

लाखों की रिश्वत लेते SDO और पटवारी गिरफ्तार, ACB ने की बड़ी कार्रवाई

Shantanu Roy
4 April 2024 1:47 PM GMT
लाखों की रिश्वत लेते SDO और पटवारी गिरफ्तार, ACB ने की बड़ी कार्रवाई
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छग
सूरजपुर। एसीबी की पिछले माह नवगठित टीम ने गुरूवार को बड़ी कार्रवाई कर दो लोगों को रिश्वत लेते पकड़ा है। एसीबी ने पीएचई के एसडीओ को अधिकारी घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। छुईखदान पीएचई उप खंड में एसडीओ रमेश मरावी है, जो पद पर पदस्थ हैं। जानकारी के मुताबिक बिल भुगतान के एवज में एसडीओ कमीशन मांग रहे थे। जिसके बाद एसडीओ की एसीबी में ठेकेदार ने शिकायत कर दी। क्षेत्र में नल जल योजना के करोडो रुपये के कार्य चल रहे है, पीएचई विभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजेश मरावे को ठेकेदार से बिल का भुगतान करने के एवज में रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया है।
उधर अंबिकापुर ACB ने घूसखोर पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पटवारी को 3000 रुपये घूस लेते हुए एसीबी की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दरअसल अंबिकापुर एसीबी को सूरजपुर के पटवारी प०ह०नं- 17 तेलईमुडा एवं प्रमारी पटवारी, प०ह०नं0-02, ग्राम गोविंदपुर, तहसील रामानुजनगर जिला सूरजपुर रामगोपाल साहू को प्रार्थी सुनील कुमार सिंह से 3000 रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। पटवारी के द्वारा पीडि़त से 10 हजार की मांग की गई थी। पांच हजार में सौदा होने के बाद पीडि़त से 3 हजार रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है। पटवारी का नाम रामगोपाल साहू निवासी रामानुजगंज है और पटवारी की पदस्थापना पटवारी पहनं-17 तेलईमुडा सूरजपुर में है।
जानकारी के मुताबिक पीडि़त सुनील कुमार सिंह ग्राम गोविंदपुर रामानुजनगर सूरजपुर के द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो अम्बिकापुर में लिखित आवेदन दिया गया है। शिकायत में उसने बताया कि उसकी पैतृक भूमि है जिसका खसरा नंबर- 1912, 2350, 2392 2445, 2465. 2469 कुल रकबा 0.810 हेक्टेयर है। उक्त भूमि उसके पिताजी स्व. दशरथ व माता स्व. देवचरनी के नाम से दर्ज है। चूंकि प्रार्थी के पिताजी दशरथ का निधन 26.10.2022 एवं माताजी का निधन 30.01.2017 को हो चुका है।
प्रार्थी के पिताजी के निधन उपरांत जब प्रार्थी हल्का पटवारी नंबर-02 रामगोपाल साहू के पास पैतृक भूमि में फौती चढ़ाकर प्रार्थी का नाम राजस्व रिकार्ड में दुरूस्त कराने हेतु गया, तब उनके द्वारा फौती चढ़ाकर प्रार्थी का नाम रिकॉर्ड में दुरूस्त करने के एवज में 5 से 10 हजार रूपये रिश्वत की मांग की गई और कहा गया कि पैसे तो देना ही पड़ेगा पैसे दोगे तभी तुम्हारा पैतृक भूमि का रिकॉर्ड दुरूस्त होगा।
सुनील कुमार सिंह गोविंदपुर के हल्का पटवारी रामगोपाल साहू, को रिश्वत के रूप में पैसे नहीं देना चाहता था, बल्कि उसे रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। पीडि़त की शिकायत सत्यापन कराया गया, जिसमें प्रार्थी सुनील कुमार सिंह के द्वारा पटवारी रामगोपाल साहू से मिलकर अपने कार्य के संबंध में बातचीत करने के पश्चात रिश्वत रकम के संबंध में बातचीत किया। जिस पर पटवारी रामगोपाल साहू के द्वारा कहा गया कि आपका कार्य करने के लिये 5000 रुपये देना पड़ेगा, यदि पैसा नहीं दोगे तो कार्य नहीं करूंगा। जिस पर प्रार्थी के द्वारा तत्काल 2000 रुपये दे दिया गया एवं शेष रिश्वत की रकम 3000 रुपये बाद में देने की बात कही।
पटवारी रामगोपाल साहू ने कहा कि जब तक शेष रकम 3000 रुपये नहीं दोगे तब तक आगे की कार्रवाई नहीं करूंगा। इस प्रकार पटवारी रामगोपाल साहू के द्वारा 5000 रुपये मांग किये जाने की पुष्टि हुई तथा 2000 रुपये तत्काल लेकर शेष राशि 3000 रुपये की मांग की जा रही थी। शिकायत सत्यापन होने पर चार मार्च को ट्रेप आयोजित कर आरोपी पटवारी रामगोपाल साहू, पटवारी पहनं- 17 तेलईमुडा एवं प्रभारी पटवारी, पहनं-02, ग्राम गोविंदपुर तहसील रामानुजनगर, जिला सूरजपुर (छग) को प्रार्थी सुनील कुमार सिंह से 3000 रुपये रिश्वत लेते हुए भारतीय स्टेट बैंक सूरजपुर के प्रांगण में रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी के विरूद्ध धारा-7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (यथा संशोधन 2018) के विरूद्ध कार्रवाई की जा रही है।
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