एसडीएम और आयुक्त ने लिया जल भराव क्षेत्र का जायजा बरसात के मद्देनजर
धमतरी। बरसात के मौसम में धमतरी शहर में पानी निकासी की समस्या न हो, इसके मद्देनजर कलेक्टर श्री ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धमतरी डॉ.विभोर अग्रवाल व आयुक्त नगरपालिक निगम विनय पोयाम ने ग्राम रत्नाबांधा से होते हुए मुजगहन की ओर पानी के निकासी का जायजा लिया। ज्ञात हो कि जिन रास्तों से पानी रत्नाबांधा मुजगहन से आगे जाता है, वहां कुछ लोगों के द्वारा मुरूम डालकर पानी के प्राकृतिक बहाव रोका गया, इसकी जानकारी ग्रामीणों ने कलेक्टर रघुवंशी को दी। इस पर तत्काल संज्ञान में लेते हुए संवेदनशीलता के साथ कलेक्टर ने उक्त जलभराव का निरीक्षण कर ठोस कार्यवाही करने के निर्देश एसडीएम व आयुक्त को दिए।
कलेक्टर द्वारा दिए गए आदेश का पालन करते हुए आज एसडीएम व आयुक्त द्वारा संयुक्त रूप से पानी निकासी का स्थाई निराकरण करने रत्नाबांधा मुजगहन का निरीक्षण किया और निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने तत्काल कार्यवाही की। इस दौरान जनपद पंचायत धमतरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, नगरनिगम की टीम और ग्राम पंचायत के प्रतिनिधिमंडल उपस्थित थे।
पानी निकासी के रास्ते में जलकुंभी व मिट्टी, अफसरों को चेतावनी, जल्द हटवाए, नहीं तो होगी कार्यवाही
रत्नाबांधा नाला की ओर से जाती हुई मुजगहन पुल व एनएच तक स्थल निरीक्षण किया गया, जहां कुछ लोगों द्वारा प्राकृतिक बहाव पर मुरूम डाल दिया गया है। इस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए पानी निकासी के लिए मुरूम हटाकर नाला बनवाया गया। मुजगहन पुल के पास जलकुंभी को नगर निगम के द्वारा सफाई कराया गया है, जिससे पानी निकासी तीव्र गति से हो रही है। साथ ही बाईपास के पास भी मिट्टी के ढेर को एन.एच. के द्वारा हटा लिया गया है, जिससे पानी निकासी अपने समय अनुसार हो रहा। गौरतलब है कि आधा से ज्यादा शहर का पानी रत्नाबांधा में स्थित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के पीछे से होते हुए मुजगहन पुल से खेतों के आगे जाता है, लेकिन निकासी व्यवस्था दुरुस्त ना होने के अभाव में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
खारुन नदी में गिरता है बरसाती पानी
शहर में 4 बड़े नाले-सोरिद नाला, पीडी नाला, बाकरे नाला और रामबाग नाला हैं, इनसे 40 वार्डों का बरसाती पानी निकलता है। बारिश का पानी कृषि मंडी से शीतलापारा, बागतराई से होते शमशान घाट, पीजी कॉलेज के बगल से रत्नाबांधा चौक के मुजगहन नाले होते हुए खारून नदी में गिरता है।