गाली-गलौज से डरी हुई राधिका खेड़ा बघेल और वर्मा को लगाती रही फोन, लेकिन नहीं मिली मदद
रायपुर। कांग्रेस नेत्री और पार्टी की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा इन दिनों चुनावी कामकाज को लेकर रायपुर में हैं। इस बीच कल यानी मंगलवार शाम को पीसीसी के संचार विभाग के एक बड़े पदाधिकारी के साथ उनका जमकर विवाद हो गया। जिसके बाद राधिका खेड़ा ने ट्वीट कर कहा कि छत्तीसगढ़ में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। आज उनके कांग्रेस भवन में रोने के वीडियो भी वायरल हो रहे हैं। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर यह पूरा विवाद क्यों हुआ? तो हम आपको पूरी घटना क्रमवार बताते हैं कि यह पूरा मामला क्या है।
दरअसल, यह पूरी घटना कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन की है। यह विवाद क्यों हुआ इसका अधिकृत रूप से जानकारी किसी ने नहीं दी है, लेकिन इसे लेकर पुष्ट सूत्रों से जो जानकारी मिली है वह काफी हैरान करने वाली है। सूत्रों की माने तो कांग्रेस नेता पवन खेरा का दौरा छत्तीसगढ़ होने वाला है। वह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, साथ ही वे मीडिया और प्रचार विभाग भी संभालते हैं। उनके दौरे को लेकर शेड्यूल बन रहा था जिस पर राधिका खेरा ने भी उनके दौरे का शेड्यूल बनाया जिसमें यह शामिल था कि वे कहां जाएंगे, कहां पीसी करेंगे, किस मीडिया चैनल पर अपनी बात रखेंगे आदि आदि।
इसी बात को लेकर कांग्रेस नेता और पीसीसी संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला से विवाद शुरू हो गया, शायद सुशील आनंद शुक्ला को उनका इंस्ट्रक्शन देना पंसद नहीं आया, विवाद इतना बढ़ गया कि वे भड़क गए और राधिका खेड़ा को तमाम भद्दे भद्दे अपशब्द कहे और इतना ही नहीं सुशील आनंद शुक्ला ने उन्हे बुरी तरह से लताड़ते हुए अपने चेंबर से बाहर निकाल दिया। जिसके बाद राधिका खेड़ा रोने लगी और फिर वे दूसरे पदाधिकारियों के चेंबर में जाकर बैठीं और काफी देर तक रोती रहीं।
इस बीच उन्होंने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को फोन लगाया लेकिन उनका फोन नहीं उठा, उन्होंने पूर्व सीएम के सलाहकार रहे विनोद वर्मा से भी फोन पर चर्चा की तो उन्होंने साफ कहा कि वे इस मामले में आपकी कोई मदद नहीं कर सकता। हद तो तब हो गई कि छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक के नेताओं ने उनकी कोई कद्र नहीं की और उल्टे उन्हे ही फटकार लगाते नजर आए। सूत्रों ने बताया कि इस बीच उनके हाथ में बंधी घड़ी से वीप की आवाज लगी जिससे पता चला कि राधिका खेड़ा का ब्लड प्रेशर डेढ़ सौ के करीब पहुंच गया है। राधिका खेड़ा के बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए फिर उन्हे अस्पताल ले जाया गया, जांच के बाद फिर उन्हे होटल छोड़ा गया।
प्रदेश कांग्रेस के नाराज नेता का कहना है कि कांग्रेस पार्टी में महिलाओं का सम्मान नहीं विगत साल पहले एक राष्ट्रीय महिला नेत्री और प्रवक्ता ने UP में छेड़छाड़ की वजह से पार्टी छोड़ी थी अब राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा के साथ बत्तमीजी की गई प्रताड़ना दी गई और गलत शब्दों का प्रयोग किया गया। महिला का सम्मान कांग्रेस पार्टी करती इससे ज़्यादा जीता जागता उदाहरण और मिल नहीं सकता। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता के साथ बदसुलूकी का यह सिलसिला लगातार चल पड़ा है। इस मामले में कांग्रेस चुप्प क्यों प्रियंका गांधी चुप क्यों राहुल गांधी चुप क्यों है। कहा गया सुहाग वाला डायलॉग सोनिया गांधी चुप क्यों महिलाओं के साथ अपमान होता गया महिला नेत्री कांग्रेस छोड़ते गई है।