बिलासपुर bilaspur news। मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत सोन में प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों से 60 हजार रुपए कमीशन लिए जाने के मामले में च्वाइस सेंटर संचालक साबित केंवट को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं आरोपी सरपंच पति अशोक कैवर्त अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। Masturi Block
मस्तूरी जनपद ग्राम पंचायत के कुछ वीडियो वायरल हुए, जिसमें सोन के सरपंच पति अशोक कैवर्त और च्वॉइस सेंटर संचालक साबित केंवट पर यह आरोप लगा कि उन्होंने प्रधानमंत्री आवास में हितग्राहियों से कमीशन लिया है। वीडियो में लोग रुपए देने की बात कहते मिले। जिला पंचायत सीईओ ने मामले की जांच के लिए 6 सदस्यीय टीम बनाई। जांच में यह बात सामने आई कि सरपंच पति अशोक कैवर्त और साबित च्वाइस सेंटर के संचालक साबित केंवट ने मिलीभगत कर हितग्राहियों से 5-5 हजार रुपए करके कुल 65 हजार रुपए ले लिए। यह राशि सरपंच पति अशोक कैवर्त के खाते में डाली गई।
इसलिए दोनों दोषी हैं। इसके साथ ही सरपंच श्यामता बाई ने अपने पद का दुरुपयोग अपने पति को छूट देकर गंभीर लापरवाही बरती है। माना जा रहा है कि महिला सरपंच के खिलाफ धारा 40 के तहत बर्खास्तगी की कार्रवाई हो सकती है।