सपना एक्का बनी मिसाल, साबित की अवसर मिलने पर महिलाएं हर चुनौती पार कर सकती है
कोरिया korea news। ’जहाँ चाह, वहाँ राह’’ कहावत को चरितार्थ करते हुए छत्तीसगढ़ के सुदूर आदिवासी कोरिया जिले की 27 वर्षीय श्रीमती सपना एक्का ने अपने साहस, मेहनत और लगन से समाज में एक नई मिसाल कायम की है। दसवीं तक पढ़ी और तीन बच्चों की माँ, सपना ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत आवास निर्माण के क्षेत्र में कदम रखकर यह साबित कर दिया कि महिलाएं किसी भी चुनौतीपूर्ण कार्य को बखूबी अंजाम दे सकती हैं, बशर्ते उन्हें सही अवसर और प्रोत्साहन मिले।
18 अक्टूबर को कोरिया जिला पंचायत के आडिटोरियम में आयोजित आवास मेला के दौरान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामविचार नेताम के हाथों श्रीमती सपना को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों, कलेक्टर, एसपी और बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति में श्रीमती सपना की सराहना की गई, जो अब हजारों महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं।
सपना एक्का ने बताया कि उन्हें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत मेसन का प्रशिक्षण प्राप्त किया और अब प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बड़ी संख्या में आवास निर्माण में योगदान दे रही हैं। उनके मेहनताने से उनके परिवार की आर्थिक तंगी दूर हो रही हैश् और उनकी सफलता की कहानी अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणादायक बन रही है।मंत्री नेताम ने कहा, सपना एक्का जैसी महिलाएं हमें सिखाती हैं कि बेटी और बेटे में कोई फर्क नहीं है। यह बेटी साबित कर चुकी है कि महिलाएं हर क्षेत्र में समान रूप से सक्षम हैं। महिलाएं अपने को कभी कमतर न समझें, अवसर मिलने पर वे हर कार्य को बखूबी निभा सकती हैं। सपना को आवास निर्माण में उत्कृष्ट योगदान के लिए हेलमेट, करनी, इंची टेप, ग्लव्स और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उनकी सफलता ने यह सिद्ध कर दिया कि महिलाएं किसी भी चुनौती को पार कर सकती हैं और समाज में बदलाव की वाहक बन सकती हैं।