दुर्ग। छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग मुख्यालय रायपुर में विचाराधीन जनशिकायतों का सुनवाई किया गया। दो दिनों में कुल 14 पिछड़ा वर्ग के लोगों द्वारा प्रस्तुत किए गए शिकायतों का सुनवाई किया गया एवं अधिकांश शिकायतों एवं विवादों का निराकरण पक्षकारों को समझा बुझाकर समझौता कराकर किया गया। एक प्रकरण डॉक्टर लोकेश कुमार वर्मा पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ कार्यालय पशु चिकित्सा कसडोल के द्वारा डॉक्टर एस पी सिंह उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं बलोदाबाजार के विरुद्ध मांसिक व आर्थिक रूप से प्रताड़ित किए जाने के संबंध में था एवम् आवेदक को माह सितंबर 2022 से अप्रैल 2023 तक वेतन भुगतान अनावेदक द्वारा नहीं किए जाने के संबंध में था दोनों अधिकारियों को उनके पदीय कर्तयो का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करने का हिदायत दिया गया.
तदनुसार आवेदक का आठ माह का बकाया वेतन भुगतान करने का आदेश अनावेदक द्वारा आयोग के समक्ष दिया गया। आवेदक एवं अनावेदक दोनो के उनके विवाद का त्वरित निराकरण होने पर आयोग में उपस्थित होकर धन्यवाद ज्ञापित किए। एक अन्य प्रकरण नरेश कुमार धीवर ग्राम पलारी जिला बलौदाबाजार जो की पेटी कांट्रेक्टर का राकेश मीरी निवासी गुड़ियारी के खिलाफ निष्पादित निर्माण कार्य का भुगतान नहीं किए जाने के संबंध में था दोनो पक्षकारों को समझाकर आवेदक के मांग राशि को कुछ कम कर एवं अनावेदक द्वारा देयराशि को कुछ बड़ाकर मध्यबिंदु अपनाने का सलाह दिया गया जिससे दोनो पक्षकार सहमत हुए एवं प्रकरण का इस प्रकार निराकरण किया गया। एक अन्य प्रकरण अजय यादव, गेंदलाल निषाद, ललित देवांगन, आदित्य यादव जो प्रयास आवासी विद्यालय रायपुर के शिक्षक है जिनके द्वारा शैक्षणिक कार्य की राशि का भुगतान कोचिंग एकेडमी के संचालक द्वारा नहीं किए जाने के संबंध में था जिस पर सहायक संचालक आदिम जाति कल्याण विभाग रायपुर एवं कलेक्टर रायपुर से जानकारी प्राप्त किया गया। बताया गया कि कोचिंग सेंटर को शिक्षकों के वेतन के लिए देयक पास कर दिया गया है जिस पर कोचिंग सेंटर के संचालक द्वारा 12 जुलाई 2023 तक आवेदकों के लंबित वेतन भुगतान का लिखित आश्वासन दिया गया। इसी प्रकार अन्य शिकायतों का त्वरित निराकरण करने के लिए आयोग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया।