छत्तीसगढ़

भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कराने साधु-संत करेंगे पदयात्रा

Nilmani Pal
15 Feb 2023 7:35 AM GMT
भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कराने साधु-संत करेंगे पदयात्रा
x

18 से होगी शुरुआत

रायपुर (जसेरि)। 18 फरवरी शनिवार के दिन महाशिवरात्रि का त्योहार पूरा देश मनाएगा। मगर छत्तीसगढ़ में कुछ ऐसा होने जा रहा है जिसकी चर्चा अब पूरे देश में है। दरअसल विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुषांगिक संगठन मिलकर एक महत्वपूर्ण पद यात्रा निकालने जा रहे हैं। इसे नाम दिया गया है हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा।

इस पूरी यात्रा में देशभर से 500 से ज्यादा संत जुटेंगे, जो छत्तीसगढ़ की अलग-अलग जगहों से यात्राएं निकालेंगे। पैदल चलते हुए संत आम लोगों से मिलते-जुलते आगे बढ़ेंगे। धर्म की बात होगी, हिंदुत्व की चर्चा होगी और उसके बाद 19 मार्च को रायपुर में एक बड़ी धर्म सभा का आयोजन किया जाएगा। भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की कवायद

इस संत पदयात्रा के सह संयोजक विश्व हिंदू परिषद के चंद्रशेखर वर्मा ने दैनिक भास्कर को बताया कि धर्म सभा के मौके पर संत भारत को संवैधानिक रूप से हिंदू राष्ट्र घोषित करने की अपील करेंगे। पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती पहले ही भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की यात्रा शुरू कर चुके हैं । इस धर्म सभा के साथ भारत को हिंदू राष्ट्र का दर्जा देने की मांग और प्रबल होगी। छत्तीसगढ़ में अपनी तरह की पहली संत पदयात्रा में विश्व हिंदू परिषद देश के तमाम संतों को जुटाने की कोशिश कर रहा है। देश के सभी शंकराचार्य से भी विश्व हिंदू परिषद संपर्क कर रहा है, जल्द ही उनकी तारीखें इस कार्यक्रम के लिए मिल जाएंगी। अखिल भारतीय संत समिति के प्रमुख संत इस पदयात्रा में शामिल होंगे, जिनमें हरिद्वार के ज्ञानेश्वरानंद महाराज, मुंबई से स्वामी चिन्मयानंद, राजीव लोचन दास महाराज, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी अखिलेश्वरानंद, जितेंद्रानंद, अविचल दास और रायपुर के संत युधिष्ठिर लाल जैसे संत इस यात्रा में प्रमुख रूप से शामिल होंगे।

पहली बार संत ऐसी जगहों पर भी जाएंगे, जहां आमतौर पर संत नहीं जाते। इनमें आदिवासी इलाके की झुग्गी बस्तियां, समाज के गरीब और पिछड़े लोगों के घरों पर पहुंचकर संत आम लोगों से मुलाकात करेंगे। उनके साथ भोजन करेंगे, सत्संग करेंगे और धर्म से जुड़े उनके सवालों के जवाब भी देंगे। हिंदू स्वाभिमान जागरण यात्रा के जरिए संत समाज के अलग-अलग वर्गों में एक ही संदेश देने का प्रयास करेंगे कि आपस का भेदभाव जाति-पाती, भाषा, पंत, क्षेत्र और राजनीतिक अलगाव खत्म हो। विश्व हिंदू परिषद के चंद्रशेखर वर्मा ने बताया कि कोई भी हिंदू प्रतीत नहीं हो सकता, हर हिंदू पावन है। इसी संदेश के साथ संत लोगों को जागरूक करेंगे।

इस पूरी यात्रा के बाद 19 मार्च को रायपुर में होने वाली पदयात्रा धर्म सभा में संत समाज में मौजूद कई विवादास्पद मुद्दों पर भी खुलकर बात करेंगे। जैसे धर्मांतरण, जनसंख्या का बढ़ता असंतुलन, तस्करी, लव जिहाद, भूमि जिहाद जैसे मामलों पर बात होगी हर घर में सनातन मूल्य पहुंचाने पर भी चर्चा होगी।

विश्व हिंदू परिषद के प्रांत कार्य अध्यक्ष चंद्रशेखर वर्मा ने बताया कि संतों ने एक बड़ा अभियान शुरू किया है। वह यह है कि हर मंगलवार को लोगों को हनुमान चालीसा का पाठ करना है, इसके लिए लोगों को अपने स्थानीय मंदिरों के पास जुटकर शाम के समय हनुमान चालीसा का पाठ करना है । जो लोग मंदिर नहीं जा सकते वह जहां है वही अपने साथियों के साथ मिलकर हनुमान चालीसा का पाठ करें । भारत में सनातनी व्यवस्था के प्रति जागरण को लेकर यह नया अभियान शुरू किया गया है।

इन जगहों से शुरू होगी यात्रा

हिंदू स्वाभिमान जागरण संत पदयात्रा 18 फरवरी को चार अलग-अलग इलाकों से शुरू होगी । पहली यात्रा मां महामाया यात्रा रामानुजगंज से शुरू होगी, इसके बाद मां चंद्रहासिनी यात्रा सगोरा आश्रम जशपुर से शुरू होगी, मां दंतेश्वरी यात्रा दंतेवाड़ा से और मां बम्लेश्वरी यात्रा मोहला से शुरू होगी। इन जगहों से होकर सभी संभागों के 34 प्रमुख जिलों से होती हुई रायपुर आएगी। संत 700 किलोमीटर का सफर 1 महीने में पूरा करेंगे।

जो संत होगा इस यात्रा में शामिल नहीं होगा- कांग्रेस

इस पूरी यात्रा को कांग्रेस चुनावी यात्रा बता रही है। कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जो संत होगा वह आरएसएस की यात्रा में शामिल नहीं होगा । आरएसएस ने आज तक हिंदुओं की भलाई के लिए कोई काम नहीं किया । एक तरफ हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं तो दूसरी तरफ ईसाई और मुस्लिम समाज के लिए भोज और कार्यक्रम का आयोजन भी करते हैं। उनसे एकता स्थापित करने की कोशिश करते है । यह पूरा कार्यक्रम वोट बटोरने की सियासी कोशिश से ज्यादा कुछ नहीं है।

इसके जवाब में इस यात्रा के सह संयोजक चंद्रशेखर वर्मा ने कहा कि कांग्रेस अपनी दृष्टि से इस पूरी यात्रा को देख सकती है, मगर हम इसे हिंदू दृष्टि से देखते हैं। हम कांग्रेस, भाजपा, सपा समेत सभी दलों के नेताओं को एक हिंदू के रूप में इस यात्रा में शामिल होने का आमंत्रण भी देते हैं। यह यात्रा राष्ट्र को समर्पित है हिंदू हैं तो यह राष्ट्र है।

Next Story