सीतापुर। घने जंगल के बीच तालाब बनाने के लिए ठेकेदार ने वन विभाग की मिलीभगत से बिना अनुमति जंगल में लगे पेड़ों की बलि चढ़ा दी गई। जंगल मे लगे पेड़ो की अवैध कटाई से गुस्साए ग्रामीणों ने वन विभाग पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए ठेकेदार के विरुद्ध एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक, वन विभाग की तरफ से ग्राम ललितपुर के जामपानी चेप्टासरई जंगल में 17 लाख की लागत से तालाब का निर्माण कराया जाएगा। तालाब निर्माण के लिए वन विभाग ने निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद तालाब का निर्माण ठेकेदार के हाथों करवाना था। तालाब निर्माण के लिए वन विभाग ने जिस जगह का चयन किया था।
वहां पहले से ही गड्ढा मौजूद था। जिसके चारों तरफ घने जंगल दिखाई देते है। वन विभाग की इस लापरवाही से वहां मौजूद पेड़ो को काटा दिया गया। इतना ही नहीं अधिकारीयों ने भी इन साथ दिया, तालाब निर्माण के लिए वन विभाग का यह निर्णय जंगल के लिए काल साबित हुआ है। ठेकेदार ने जंगल मे तालाब बनाने से पहले बिना मंजूरी के पोकलेन मशीन के जरिये हजारों पेड़ो को काट दिया। यह बात जब ग्रामीणों को पता चली तो काफी संख्या में लोग वहां पहुंचे। जहां उन्होंने तालाब निर्माण की आड़ में पेड़ो की अवैध कटाई का विरोध करते हुए काम बंद करा दिया। वन विभाग और ठेकेदार की मिलीभगत से हुए पेड़ो की अवैध कटाई से गुस्साए ग्रामीण एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जहां जाकर उन्होंने वन विभाग पर जंगल की अनदेखी का आरोप लगाते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंप और ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।