छत्तीसगढ़
सचिन तेंदुलकर ने कश्मीर में खेला क्रिकेट, सीएम साय ने किया ट्वीट
Shantanu Roy
23 Feb 2024 9:40 AM GMT
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छग
नई दिल्ली/ रायपुर। ये नए भारत का कश्मीर है। यहां की घाटियों में आप निडर होकर क्रिकेट खेल सकते हैं। महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर धरती के स्वर्ग कश्मीर, गुलमर्ग में स्थानीय युवाओं के साथ बेझिझक होकर बड़े उत्साह से क्रिकेट खेल रहे हैं। ये देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का परिणाम है। अब कश्मीर वासी खुलकर जीते हैं।
ये नए भारत का कश्मीर है।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) February 23, 2024
यहां की घाटियों में आप निडर होकर क्रिकेट खेल सकते हैं। महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर धरती के स्वर्ग कश्मीर, गुलमर्ग में स्थानीय युवाओं के साथ बेझिझक होकर बड़े उत्साह से क्रिकेट खेल रहे हैं।
ये देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी द्वारा… pic.twitter.com/flAxo41pYa
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में अपने परिवार के साथ कश्मीर का दौरा किया. यहां पहुंचने पर उन्होंने न केवल बर्फबारी का आनंद उठाया बल्कि क्रिकेट बैट बनाने वाली एक फैक्ट्री भी पहुंचे. सचिन ने फैक्ट्री में बल्ले बनने का पूरा प्रोसेस समझा और अपने पहले बल्ले को लेकर बड़ा खुलासा भी किया. सचिन ने इंस्टाग्राम पर अपना एक वीडिया शेयर करते हुए लिखा, “मुझे पहला बल्ला मेरी बहन ने दिया था और वह कश्मीर विलो बल्ला था. अब मैं यहां हूं तो कश्मीर विलो को तो मिलना बनता है!” वीडियो में सचिन कह रहे हैं कि उन्हें पहला बैट उनकी बहन ने गिफ्ट में दिया था जो कश्मीर विलो बैट था. उन्होंने बैट के ग्नेन की बारीकियों पर भी बात की. उन्होंने बताया कि उनके सबसे अच्छे बैट में 5-6 ग्रेन हुआ करते थे जबकि सामान्य बल्लों में करीब 11-12 ग्रेन होते हैं।
तेंदुलकर अपनी पत्नी और बेटी सारा के साथ श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर चारसू में एक कश्मीर विलो बैट की यूनिट में पहुंचे और वहां काम करने वाले मजदूरों से बातचीत की. एमजे स्पोर्ट्स के मालिक मोहम्मद शाहीन पार्रे ने PTI से बातचीत में कहा, ‘‘हम बल्ला बनाने के काम में व्यस्त थे तभी एक कार हमारे गेट के सामने आकर रूकी, हमने देखा कि इसमें से ‘लिटिल मास्टर’ और उनका परिवार निकला. हमें बहुत खुशी हुई.’’ उन्होंने बताया कि तेंदुलकर ने कश्मीरी लकड़ी (विलो) से बने बल्लों की क्वालिटी देखी।
पार्रे ने कहा, ‘‘उन्होंने कुछ बल्लों को जांचने के लिए स्ट्रोक लगाये और वे काफी खुश थे. तेंदुलकर ने कहा कि वह कश्मीरी ‘विलो’ और इंग्लिश ‘विलो’ के बल्लों की तुलना करने के लिए आये थे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनसे अनुरोध किया कि वे स्थानीय बल्लों के समर्थन करें और उन्होंने ऐसा करने का वादा भी किया.’’ तेंदुलकर ने करीब एक घंटा वहां बिताया और अपने फैंस से बात की. श्मीर दौरे के दौरान सचिन को कई फैन्स से मिलने का भी मौका मिला. इस दौरान सचिन कश्मीरी लड़कों के साथ गली क्रिकेट का लुत्फ उठाते भी नजर आए जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
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