छत्तीसगढ़

इस्तीफे से बवाल, टीएस बाबा पर एक्शन के पक्ष में मंत्री-विधायक

Nilmani Pal
19 July 2022 5:50 AM GMT
इस्तीफे से बवाल, टीएस बाबा पर एक्शन के पक्ष में मंत्री-विधायक
x

राष्ट्रपति चुनाव के बाद गर्म होगी कांग्रेस की सियासत

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के इस्तीफे वाली चिट्ठी पर कांग्रेस में बवाल मचा हुआ है। 14 मंत्रियों-विधायकों ने सिंहदेव के पत्र में लगाए गए आरोपों पर आपत्ति जताते हुए पत्र को अनुशासनहीनता बताया है। सिंहदेव के खिलाफ कार्यवाई की मांग वाले एक पत्र पर भी 61 विधायकों के हस्ताक्षर लिए गए हैं। इस पत्र को प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया दिल्ली में हाईकमान सौपेंगे।

पत्र लिखने से पहले मुख्यमंत्री को फोन किया था : टीएस सिंहदेव ने बताया, इस्तीफे का पत्र लिखने से दो दिन पहले उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से फोन पर बात की थी। उनको अपना पक्ष बताया। पत्र लिखने से पहले भी उनको फोन किया। घंटी बजी लेकिन बात नहीं हो पाई। शायद उनकी कहीं अन्यत्र व्यस्तता थी। पुनिया जी को भी फोन किया था। उस दिन पीसीसी की बैठक थी तो उनका भी फोन नहीं उठा। बाद में उन्होंने फोन किया था, तब उनको पूरी बात बताई। उन्होंने कहा, इस पर बात करते हैं। आज भी मैं वोट डालकर आ रहा था, मुख्यमंत्री जी वोट डालने जा रहे थे। मुलाकात हुई। दुआ-सलाम भी हुआ।

मानसून सत्र के बाद दिल्ली में डेरा डालेंगे विधायक : कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने बताया, सिंहदेव के सार्वजनिक पत्र से विधायकों में बड़ी नाराजगी है। तय हुआ है कि अगर जल्दी ही हाईकमान ने उनके पत्र के आधार पर कार्यवाही नहीं की तो दिल्ली में प्रदर्शन होगा। सभी विधायक दिल्ली में डेरा डालकर बैठ जाएंगे। कई विधायक इस बात पर भी सवाल उठा रहे हैं कि बृहस्पत सिंह ने जब इन पर मारने की कोशिश की आरोप लगाया था तो पीसीसी ने नोटिस जारी किया। बृहस्पत को लिखित में माफी मांगनी पड़ी। फिर सिंहदेव के सरकार पर लगाए आरोपों के बावजूद पीसीसी में चुप्पी क्यों है।

विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाएगी भाजपा : राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव सोमवार को हो रहे हैं। रायपुर में भाजपा विधायकों की बैठक हुई। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि इस बार राष्ट्रीय स्तर पर तय किया गया है कि 100 प्रतिशत वोटिंग हो, जो वोटिंग हो वो वैलिड हो। किसी भी हाल में वोट रिजेक्ट न हो ये जिम्मेदारी है। हमने देखा है कि गांव का आदमी भी पंचायत में 4 वोट देता है तो एक भी अवैध नहीं होता है। राज्यसभा, विधान परिषद और पिछले कई बार देखा गया है कि विधायक-सांसदों का वो रिजेक्ट हो जाता है। इस बार ऐसा न हो ये हम देखेंगे।

टीएस-पुनिया दिल्ली पहुंचे

इस्तीफे पर उठे बवाल के बीच टीएस सिंहदेव और पीएल पुनिया आज एक साथ रायपुर से दिल्ली पहुंचे। टीएस सिंहदेव ने हाईकमान से मिलने का समय मांगा है। उन्होंने इस्तीफे को अनुशासनहीनता बताया जाने पर कहा कि कौन क्या कहता है इससे मुझे कोई लेना देना नहीं मैं अपनी बात हाईकमान के समक्ष रहूंगा। वहीं पीएल पुनिया मंत्रियों विधायकों द्वारा लिखे पत्र को हाईकमान को सौंपकर हालात से अवगत कराएंगे।

सीएम, टीएस के खुलासे का जवाब देने से कतरा क्यों रहे हैं: विष्णुदेव

राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग त्यागने के बाद भाजपा हमलावर हो गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछा है कि वह पंचायत विकास मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले टीएस सिंहदेव के सवालों का जवाब देने में आनाकानी क्यों कर रहे हैं। सिंहदेव का त्यागपत्र न मिलने की बहानेबाजी छोड़कर उनके द्वारा किये गए पर्दाफाश का तथ्यात्मक जवाब दें कि उन्होंने जो कारण बताए हैं, वे सत्य हैं अथवा असत्य। विष्णुदेव ने कहा कि कमाल की बात है कि जिसे इस्तीफा दिया गया, उसे छोड़ सबको मिल गया। मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि उन्हें सिंहदेव का इस्तीफा नहीं मिला, मीडिया से उन्हें जानकारी मिली है।

यह कितनी विचित्र स्थिति है कि संचार क्रांति के इस युग में मुख्यमंत्री को अपने मंत्री का पत्र नहीं मिला। भूपेश बघेल पत्र लेखन में विश्व कीर्तिमान स्थापित करने में जुटे हैं। वह कुछ काम धाम करने की बजाय कभी प्रधानमंत्री तो कभी वित्तमंत्री, कभी रेलमंत्री तो कभी किसी और मंत्री को पत्र लिखते रहते हैं और जब उनके ही मंत्री ने उनकी कलई खोलते हुए इस्तीफे का पत्र भेज दिया तो उनके हाथ पैर फूल गए हैं।

Next Story