राजस्व मंत्री ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को लिखा पत्र
जयसिंह अग्रवाल ने पत्र में आगे लिखा है कि यात्रियों की सुविधा के लिए पूर्व में लोकल व लम्बी दूरी की समस्त रेलगाड़ियों यथा छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस (कोरबा-अमृतसर), शिवनाथ एक्सप्रेस (कोरबा-नागपुर), कोचीन एक्सप्रेस (कोरबा-कोचीन) के साथ ही सभी लोकल व मेमू रेलगाड़ियों का गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से किया जाता था जो वर्ष 2020 में कोविड काल से अस्थाई तौर पर बन्द कर दिया गया था। पत्र में आगे यह भी लिखा है कि लगभग एक वर्ष पूर्व से जब स्थितियां सामान्य हो गई हैं और देश के सभी रेलखण्डों की सभी मेल-एक्सप्रेस, पैसेंजर व लोकल रेलगाड़ियों का परिचालन पूर्व की भांति यथावत बहाल कर दिया गया है, ऐसी स्थिति में कोरबा की आम जनता रेलवे की इस सुविधा से आज भी वंचित है। उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि पूर्व में गेवरा रोड से परिचालित हो रही समस्त रेलगाड़ियों को अस्थाई तौर पर अनिश्चितकाल के लिए बन्द कर दिया गया था और वर्तमान में उन सभी रेलगाड़ियों का परिचालन कोरबा रेलवे स्टेशन से किया जा रहा है। रेल मंत्री के ध्यान में यह भी लाया गया है कि इस संबंध में स्थानीय तौर पर अनेक मंचों के जनप्रतिनिधियों के माध्यम से दक्षिण पूर्व मध्य रेल मंडल बिलासपुर के संबंधित अधिकारियों से कई बार व्यक्तिगत मुलाकात कर ज्ञापन देकर जनसुविधा की दृष्टि से कोरबा के स्थान पर समस्त रेलगाड़ियों का परिचालन गेवरा रोड से तत्काल बहाल किए जाने का अनुरोध भी किया गया है। मंत्री अग्रवाल ने आगे लिखा है कि इस विषय पर अधिकारियों द्वारा केवल आश्वासन ही दिया गया लेकिन वास्तव में आज तक उनकी तरफ से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है और परिणाम यह है कि गेवरा रोड, दीपका, कुसमुण्डा, जैसी प्रमुख खदानों में कार्यरत हजारों कर्मचारियों व निकटवर्ती क्षेत्रों के निवासियों को आज भी इस इस सुविधा की बहाली के लिए रेलवे विभाग द्वारा की जाने वाली उदारता का बेसब्री से इंतजार है।
रेल मंत्री के संज्ञान में लाते हुए राजस्व मंत्री ने पत्र में आगे लिखा है कि कोरबा से गेवरा रोड तक दोहरी रेल लाईन विद्युतीकरण सुविधा के साथ उपलब्ध है जिसका वर्तमान समय में एकमात्र उपयोग कोयला परिवहन के लिए ही किया जा रहा है। जिन रेल पटरियों पर कोयले का निर्वाध परिवहन संचालित हो रहा है, उन पटरियों पर यात्री रेलगाड़ियों का परिचालन भी पूर्व की भांति सुगमता से किया जा सकता है जिसके संबंध में रेलवे किस दुविधा में है समझ से परे है। पत्र में इस बात का विशेष उल्लेख किया गया है कि गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से समस्त रेलगाड़ियों का परिचालन बहाल किए जाने पर हजारों यात्रियों को लाभ होगा, विशेषकर उन लोगों को जो अपने दैनिक कार्यों से बिलासपुर अथवा रायपुर तक की यात्रा प्रतिदिन करते हैं और इसके अलावा वे यात्री भी इस सुविधा से विशेष तौर पर लाभान्वित होंगे जिनको चांपा जंक्शन या बिलासपुर से दूसरी कनेक्टिंग ट्रेन पकड़नी होती है या रायपुर से आगे की हवाई यात्रा की सुविधा प्राप्त करनी होती है। मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने विश्वास व्यक्त किया है कि गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से समस्त रेलगाड़ियों का परिचालन बहाल हो जाने पर दैनिक रेल यात्रियों को अनेक व्यावहारिक कठिनाईयों से राहत मिलने के साथ ही उनके धन और समय की भी बचत होगी। उन्होंने पत्र में स्पष्ट तौर पर यह भी लिखा है कि कोरबा से संचालित हो रही समस्त रेलगाड़ियों का परिचालन गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से बहाल कराए जाने के निवेदन के साथ इस विषय पर विगत दिनों कोरबा रेल यात्री मोर्चा के पदाधिकारियों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात कर रोजमर्रा की व्यावहारिक कठिनाईयों पर विस्तार से चर्चा किया था।
मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पत्र में रेल मंत्री से आग्रह करते हुए लिखा है कि आम जनता को हो रही व्यावहारिक कठिनाईयों के निराकरण हेतु वर्तमान में कोरबा से चलने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन, पूर्व की भांति गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से बहाल किये जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को शीघ्र ही उनकी ओर से आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया जाए।