कांग्रेस पार्षद की हत्या मामले में खुलासा आज, क्रिकेट खिलाड़ियों की मदद से पुलिस को मिली सफलता
दुर्ग । भिलाई के औद्योगिक क्षेत्र हथखोज वार्ड-2 के कांग्रेस पार्षद सूरज बंछोर की हत्या के मामले का खुलासा पुलिस आज कर सकती है। पुलिस ने हत्या में शामिल 3 आरोपियों को जांजगीर-चांपा जिले से गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अन्य एक आरोपी को भिलाई से पकड़ा गया है। हालांकि, वारदात को किस वजह से अंजाम दिया गया है। यह पुलिस ने अभी नहीं बताया है।
जानकारी के मुताबिक, 15 नवंबर की रात 9.30 बजे हथखोज बंधवा तालाब में मंदिर के पास वहीं के पार्षद सूरज बंछोर की कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। सूराज को धारदार हथियार से पीट-पीटकर मारा गया था। इसके बाद आरोपी फरार हो गए थे। पार्षद का शव तालाब के पास ही मिला था। वीवीआईपी क्षेत्र मंथ जुआ खिलाए जाने और वहीं पर कांग्रेसी पार्षद की हत्या के बाद दुर्ग पुलिस काफी दबाव में थी। इस मामले में सीएम और गृहमंत्री ने भी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। सूरज की हत्या के मामले में जुआ खेलने-खिलाने और पैसों के लेन-देन का विवाद भी सामने आया था। मौके से पुलिस ने ताश के पत्ते और शराब की कुछ बोतलें भी बरामद किया था।
पुलिस की कई टीमों ने मिलकर 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की थी। आखिरकार पुलिस को हत्यारों के बारे में पता चल गया कि हत्या दीनानाथ उर्फ दीनू पाल, पुरुषोत्तम उर्फ बूढ़ा, भूरा और लोकेश ने मिलकर की है। पुरुषोत्तम और दीनानाथ दोनों खुर्सीपार के रहने वाले हैं। वहीं भूरा सुरडूम और लोकेश हथखोज का ही रहने वाला है। वारदात को अंजाम देने के बाद दीनानाथ, पुरुषोत्तम और भूरा बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। आखिरकार पुलिस ने तीनों को जांजगीर से गिरफ्तार कर लिया है। लोकेश को पुलिस ने भिलाई से पहले ही पकड़ लिया था। पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। हत्या की वजह रंगदारी, पुरानी रंजिश या फिर और कुछ और है इसका खुलासा पुलिस आज कर सकती है।
गांव के लोगों से पूछताछ में पता चला कि सूरज बंछोर का अपने क्षेत्र में वरचस्व था। वह रंगदारी के साथ-साथ क्रिकेट टीम टाइगर इलेवन के लिए फाइनेंस भी करता था। उसकी यह टीम गोवा, मुंबई, भोपाल और नागपुर जैसे बड़े शहरों तक में भी खेली है। पुलिस ने जब इस क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों से पूछताछ की तो उन्हें हत्या का पुख्ता क्लू मिला।
डेढ़ साल पहले खुर्सीपार के रहने वाले बदमाश से सूरज का काफी विवाद हो गया था। उसी विवाद के बाद से दोनों में रंजिश थी। इन्हीं चार आरोपियों में से एक आरोपी ने दिवाली के 10 दिन पहले बैकुंठधाम के एक जुआरी से संपर्क कर कट्टा मांगा था, लेकिन उसने देने से मना कर दिया था। इसके बाद आरोपियों ने मिलकर 15 नवंबर की रात को कांग्रेस पार्षद की हत्या कर दी थी। पुलिस ने घटना के दिन जब इन आरोपियों का लोकेशन ट्रैस किया तो घटनास्थल पर इनकी लोकेशन मिली था, जिसके बाद पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया है।