बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत राधानगर में वन कर्मचारियों ने ग्रामीणों के सहयोग से अजगर सांप को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू घने जंगल में छोड़ दिया।बस्ती के नजदीक अजगर के आ जाने से गांव वाले दहशत में थे।अजगर भोजन की तलाश में था उसके पहले ही लोगों की नजर उसपर पड़ गई। बलरामपुर वनमंडल के बगरा सर्किल के बीट कृष्णानगर के अंतर्गत ग्राम पंचायत राधानगर में आम पेड़ के ऊपर एक अजगर सांप चढ़ा हुआ था।
पेड़ पर पक्षियों के घोंसलों पर उसकी नजर थी। अचानक गांव के एक व्यक्ति की नजर उस पर पड़ी।तत्काल वन कर्मचारी मौके पर पहुंचे तो अजगर सांप पेड़ से नीचे उतर चुका था। गांव वालों के सहयोग से अजगर को पकड़ने की कोशिश हुई।वन कर्मचारियों के पास कोई संसाधन भी नहीं था।साधारण लकड़ियों के सहारे अजगर को बोरे में भरने की शुरुआत हुई लेकिन अजगर ने नजदीक में एक लकड़ी को कस कर जकड़ लिया था
लेकिन वन कर्मचारियों ने किसी तरह उसे पकड़ा। एक व्यक्ति ने उसके मुंह के हिस्से को पकड़ कर रखा और दूसरे ने पूंछ के हिस्से को पकड़ प्लास्टिक के बोरे में भरकर जंगल मे छोड़ दिया।बरसात के इस सीजन में आबादी क्षेत्र में भी अजगर सांप पहुंच जाते है।वे बकरे-बकरियों के अलावा मुर्गे-मुर्गियों को भी अपना निवाला बनाते है। गौरतलब है कि बरसात आते ही इलाके में अजगर पहुंच जाते हैं। बिलासपुर जिले में भी अजगर पकडने का मामला सामने आया है। स्नेक रेस्क्यू करने वाली अजीता पाडेंय कहती है कि एक महीनें के भीतर दो अजगर रेस्क्यू कर जंगल में छोड चुकी है।