मां दंतेश्वरी मंदिर में मरम्मत कार्य जारी: ईट, चूना, गोंद और मेथी का किया जा रहा इस्तेमाल
दंतेवाड़ा। पुरातत्व विभाग इन दिनों दंतेवाड़ा में स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर का मरम्मत करा रही है। मध्यप्रदेश के चूने और बिहार की ईंट से दंतेश्वरी मंदिर की छत पर ढलाई कराई जा रही है। पुरात्तव विभाग दंतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा की मरम्मत के लिये प्राचीन पद्दति का इस्तेमाल कर रही है। इसमें ईट, चूना, गोंद और मेथी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय में स्थित ऐतिहासिक मांई दंतेश्वरी मंदिर के मरम्मत का कार्य जारी है। पुरातत्व विभाग मंदिर के छत की ढलाई करने की तैयारी में जुटा हुआ है। प्राचीन काल में जिस तरह से मंदिरों का निर्माण किया गया था ठीक उसी तरह मरम्मत भी की जायेगी। पुरानी पद्धति से पुराने समय के मटेरियल का इस्तेमाल मंदिर की छत ढलाई में किया जा रहा है। विभागीय अफसरों के मुताबिक नव निर्माण में लगभग एक महीने लग जाएंगे। विभाग मंदिर के मरम्मत में पूरी सावधानी बरत रहा है। मंदिर के छत की ढलाई के लिये विशेष रूप से बिहार के भागलपुर से ईंट मंगायी गई है। इस ईंट को 20 एमएम साईज में तोड़ा जा रहा है। इसके बाद इसे मध्यप्रदेश के कटनी जिले से मंगाये गये चूने के साथ मिश्रण किया जायेगा। इस ढलाई में ईंट के टुकडे, चूने के साथ ही मेथी पानी, गोंद और गुड़ समेत अन्य चीजों का इस्तेमाल किया जायेगा। ढलाई के बाद पानी से बचाने के लिये छत में तिरपाल भी ढका गया है, ढलाई के बाद लगभग 15 दिनों तक उस मटेरियल को वजनदार लकड़ी की चीजों से पीट-पीटकर सेट किया जायेगा।