छत्तीसगढ़

दूरदराज के किसानों ने धान खरीदी खरीदी केन्द्रों में बेचा धान, टोकन सिस्टम से हुई सुविधा

Nilmani Pal
1 Dec 2021 1:55 PM GMT
दूरदराज के किसानों ने धान खरीदी खरीदी केन्द्रों में बेचा धान, टोकन सिस्टम से हुई सुविधा
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जशपुर। धान खरीदी शुरू होते ही छोटे-बड़े, सीमांत कृषकों में धान बेचने के लिए काफी उत्साह देखा गया। दूर-दराज क्षेत्रों के किसान भी अपने नजदीक के धान खरीदी केन्द्र में धान बेचने पहुंचे। किसानों को धान बेचने के लिए पहले ही टोकन जारी कर दिया गया था, जिससे उन्हें बहुत सुविधा हुई। जशपुर जिले के लोदाम निवासी किसान रवैल एक्का ने गम्हरिया धान खरीदी केन्द्र में धान बेचने पहुचे थे। खुशी के साथ उन्होंने बताया कि उनके पास 17 एकड़ कृषि भूमि है। इस वर्ष वे 117 क्विंटल 60 किलो धान विक्रय करेंगे। विगत् वर्ष भी उन्होंने गम्हरिया धान खरीदी केन्द्र में 117 क्विंटल 40 किलो धान बेचा था । किसान ने राज्य सरकार का आभार जताते हुए कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय के तहत् 03 किस्तों में 60 हजार रूपए की राशि उनके खाते में अंतरित की गई है।

किसान रवैल ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना किसानों के लिए बहुत ही लाभदायक योजना है। वे शुरूआत से योजना का लाभ ले रहें हैं और उन्हें सोसायटी में धान बेचने से अच्छा मुनाफा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वे धान बेचने से मिलने वाली राशि का उपयोग अपने घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ खेती-बाड़ी के काम में भी लगाते हैं। उन्होंने स्थानीय बाजार से मात्र 11.50 रू. में बारदाना खरीदा है। बारदाने में किसी भी प्रकार की समस्या नही आई है।

गम्हरिया के सोसायटी प्रबंधक श्री राजेश कुमार साहू ने बताया कि गम्हरिया धान खरीदी केन्द्र में कुल 1735 किसानों अपना पंजीयन कराया है। केन्द्र में पर्याप्त मात्रा में बारदाने उपलब्ध है। पीडीएस बारदाने 25450 और मिलर्स बारदाने 1500 उपलब्ध हैं। किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की परेशानी नही हो रही है। उन्होंने बताया कि किसान यदि स्वेच्छा से अपना बारदाना बेचना चाहते हैं तो शासन की ओर से किसानों के खाते में 18 रू. प्रति बारदाने के मान से राशि दिया जाएगा।

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