खमतराई इलाके का मामला
रायपुर(जसेरि)। खमतराई थानाक्षेत्र के व्यास तालाब के पास खाली प्लॉट के फर्जी दस्तावेज बनाकर आरोपी ने अपना नाम दर्ज करा लिया। पीडि़त प्लॉट देखने पहुंचा तो उसे घटना के बारे में पता चला। पीडि़त ने मामले की शिकायत खमतराई पुलिस से की है। शिकायतकर्ता विजय हरि चितले ने पुलिस को बताया, वह कृषक नगर लाभांडी में रहता है। व्यास तालाब के पास खसरा क्रमांक 411 रकबा 0.417 हेक्टेयर जमीन उसने ज्योति सिंह और मुकेश लोहाना के साथ मिलकर सन् 1992 में खरीदी थी। यह जमीन हरि के आधिपत्य में थी। वह अपने काम से बाहर रहता है, इसलिए पिछले कई महीनों से जमीन देखने नहीं जा सका। मई 2023 में वह जमीन देखने गया, तो पता चला कि किसी ने फर्जी दस्तावेज बनाकर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। हरि ने रजिस्ट्री कार्यालय से दस्तावेज निकाले तो उसे पता चला कि गोगांव निवासी नितेश कुमार साहू ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे जमीन अपने नाम करवा ली। उसने अपनी तरफ से जनार्दन साहू और अरुण शर्मा को गवाह भी बनाया है। पीडि़त ने तीनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
भू-माफिया बेच रहे सरकारी जमीन शिकायतों पर नहीं हो रही कार्रवाई
राजधानी में सस्ती जमीन के लालच में लोग अवैध प्लॉटिंग के जाल में फंस रहे हैं। बीते चार साल से चल रही अवैध प्लॉटिग के अब साइड इफेक्ट दिखाई देने लगा है। सस्ती जमीन की चाहत रखने वालों की जीवन भर की पूंजी भूमाफिया ठग रहे हैं। कलेक्टर के पास दर्जनों ऐसी शिकायतें आईं हैं। अब लोग भू-माफियाओं के पीछे घूम रहे हैं। बता दें कि कलेक्टर ने 1000 से ज्यादा जगहों में हो रही अवैध प्लॉटिंग के खसरों को ब्लॉक किया है। इसके बाद भी खुलेआम अवैध प्लॉटिंग चल रही है। दूसरों की और सरकारी जमीन दिखाकर भूमाफिया खुलेआम सौदा कर रहे हैं। इसका खुलासा तब होता है जब लोग अपनी जमीन का पजेशन लेने पहुंचते हैं। कई शिकायतें ऐसी भी मिली हैं कि अवैध प्लॉटिंग में लोगों ने रोड-रास्ता और निस्तारी जमीन का खसरा भी बेच दिया है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भूरे ने कहा कि अवैध प्लॉटिंग में जमीन खरीदने वालों को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। जिला प्रशासन अपने स्तर पर सख्त कार्रवाई कर रहा है। आम जनता को भी जागरुक होना चाहिए।