छत्तीसगढ़

कर्मचारी पद के लिए कलेक्टर दर पर निकली भर्ती, 28 जुलाई तक करें आवेदन

Nilmani Pal
21 July 2023 9:36 AM GMT
कर्मचारी पद के लिए कलेक्टर दर पर निकली भर्ती, 28 जुलाई तक करें आवेदन
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धमतरी। जिला सत्र एवं न्यायाधीश कार्यालय धमतरी में आकस्मिक निधि (कलेक्टर दर) के कर्मचारी, माली, वॉटरमेन और स्वीपर के रिक्त पदों पर भर्ती हेतु निर्धारित प्रारूप में आगामी 28 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। चयन समिति की अध्यक्ष एवं एडीजे सुनीता टोप्पो ने बताया कि जिले की वेबसाईटhttps://districts.ecourts.gov.in/dhamatariपर आवेदन पत्र का प्रारूप, पदों का विवरण, नियम तथा शर्तों की जानकारी अपलोड कर दी गई है। इच्छुक अभ्यर्थी उक्त वेबसाईट का अवलोकन कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

स्वास्थ्य और शिक्षा को बेहतर कर छोटे बच्चों का भविष्य संवार रही आंगनबाड़ी

कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर जिले में संचालित आंगनबाड़ियों को और अधिक बेहतर व सुंदर बनाकर बच्चों एवं गर्भवती माताओं को सुव्यवस्थित सेवायें प्रदान की जा रही है। आंगनबाड़ी केन्द्र द्वारा प्रदान की जाने वाली प्रमुख सेवाओं में अनुपूरक आहार, टीकाकरण स्वास्थ्य, जांच और पोषण शिक्षा इसके अलावा तीन से छः वर्ष की आयु के बच्चों के लिए विद्यालय पूर्व शिक्षा शामिल है। गर्भवती माता और बच्चों की देखभाल का केन्द्र है आंगनबाड़ी। इसके जरिये बच्चों में होने वाले कुपोषण जैसी समस्याओं से लड़ने के लिए राज्य शासन द्वारा इन केन्द्रांे को संचालित किया जा रहा हैै, जिसका प्रतिफल अब दिखाई देने लगा है। प्रदेश में कुपोषण की दर में निरंतर गिरावट देखने को मिल रही है। बाल्यावस्था की विभिन्न अवस्थाओं पर बच्चों की आवश्यकताओं की पहचान करने के लिए ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी केन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। आंगनबाड़ी केन्द्र में विशेष रूप से निर्धन और निम्न आय वर्ग के परिवार के बच्चे प्रारंभिक पढ़ाई करते हैं। शिशुओं के प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर स्वास्थ्य, बाल पोषण विद्यालय, शिक्षा तथा बच्चों के टीकाकरण आंगनबाड़ी कंेन्द्र में सुविधानुसार की जाती है। आंगनबाड़ी केन्द्र का मतलब है, बाल विकास और वृद्धि में सहायता प्रदान करना।

जिले की सभी ग्राम पंचायतों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से आंगनबाड़ी भवन का निर्माण किया गया है। इन केन्द्रों की दीवारों को आकर्षक रंगों से रंगकर चित्रकारी की गई, जो कि छोटे बच्चों को सम्मोहित करती है। वहीं बच्चों के सुनहरे भविष्य को बुनते भी हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना एक ऐसी योजना है, जहां अधोसंरचना के कार्य से लेकर भविष्य निर्माण को गति दी जाती है। जिले में कई ऐसे आंगनबाड़़ी थे, जो वर्षों से जर्जर अवस्था में थी। पालकों के मन में हमेशा डर बना रहता था, कि हमारे बच्चों का भविष्य क्या होगा। ग्रामीणों की मांग पर जिला कार्यालय द्वारा संबंधित ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी भवन का मुआयना किया गया। तकनीकी प्राक्कलन हेतु जनपद पंचायत को निर्देशित किया गया।

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