रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय वित्त मंत्री द्वारा आज संसद में पेश किए गए वर्ष 2021-22 के बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि केन्द्र सरकार का यह बजट न केवल निराशाजनक हैं अपितु देश के लोगों के भविष्य को और अधिक असुरक्षित बनाने वाला है। सरल भाषा में कहंे तो केंद्र सरकार का यह बजट घर फूंक कर तमाशा देखने वाली कहावत को चरितार्थ करने वाला है। इसमें बरसों की तपस्या से बनाये गए संस्थानों को बेचने की बात कर रुपया इकट्ठा करने की बात कही गयी हैं। सरकार रेलवे, एयरपोर्ट को बेचना चाहती है और गेल, इंडियन ऑयल एचपीसीएल की पाइपलाइन को भी अपने पसंद के कॉरपोरेट को देना चाहती हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश को बढ़ावा दे कर और राष्ट्रीयकृत बैंकों के निजीकरण की बात कर केन्द्र सरकार ने यह जता दिया है कि यह सरकार केवल कॉरपोरेट वर्ग की हितैषी सरकार है और किसान और मध्यमवर्ग इनकी प्राथमिकता में ही नहीं हैं। बजट में छत्तीसगढ़ को कुछ नहीं मिला है और जिन राज्यों में चुनाव आने वाले है वहां बहुत कुछ देने के खोखले चुनावी वादे भर किये गए हैं। मध्यम और नौकरीपेशा वर्ग को सरकार ने फिर अंगूठा दिखाया है और केवल कॉरपोरेट वर्ग को ही सहूलियत दी है। सीएम बघेल ने कहा है कि चीन हमारी सीमा का लगातार अतिक्रमण कर रहा है। हमारी सेनाएं बहादुरी से उनका मुकाबला कर रही हैं लेकिन रक्षा बजट में उनके भरोसे को बढ़ाने वाला कोई कदम नहीं है। युवाओं को रोजगार देने के मामले में भी यह बजट पूरी तरह से असफल ही साबित हुआ है।