रौनक डे ने अय्याशी कर आदिवासी युवती का बलात्कार कर किया जिंदगी बर्बाद
गबन-चोरी के आरोपी रौनक डे ने आदिवासी युवती से किया रेप
पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में किया पेश, मजिस्ट्रेट ने 15 दिनों की न्यायिक रिमांड पर भेजा जेल
करोड़ों की चोरी और गबन का आरोपी चोर रौनक डे ने अय्याशी कर आदिवासी युवती का बलात्कार कर किया जिंदगी बरबाद
रौनक डे ऑनलाइन ठगी का मास्टर माइंड, आदिवासी युवती का बैंक एकाउंट को कब्जे में किया
रौनक डे ने विवेचना अधिकारी को पैसा खिलाकर अपने खिलाफ गबन के केस को कमजोर करबाकर लापरवाही से विवेचना करवाई, आदिवासी युवती ने लगाया आरोप
गंज थाने के विवेचक पीआर साहू पर आरोपी रौनक डे से पैसा लेकर कमजोर केस बनाने की थानेदार से लिखित में शिकायत
पीड़िता आदिवासी युवती से विवेचक ने किया दुव्र्यवहार, गाली गुप्तार कर बेतुकी बातें पूछीं और आदिवासी होने का बार बार प्रमाण मांगा, जबकि पीडि़ता ने आदिवासी होने के सभी दस्तावेजी प्रमाण उपलब्ध कराए थे और आदतन अपराधी रौनक डे के खिलाफ पक्के सबूत भी दिए
रायपुर। राजधानी के गंज थाना इलाके में आरोपी चोर रौनक डे के खिलाफ एक आदिवासी युवती ने बलात्कार का मामला दर्ज कराया है। मामलें में जानकारी देते हुए गांजा थाना प्रभारी लखन पटेल ने बताया है कि एक आदिवासी युवती ने थाने में शिकायत दिया था जिसमें उसने रौनक डे के नाम से होटल में शादी का झांसा देकर और कोल्ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ बलात्कार की वारदात को अंजाम दिया। जिसके बाद आरोपी रौनक डे ने आदिवासी रेप पीडि़ता का अश्लील वीडियो और फोटो निकाल लिए जिसके बाद आरोपी रौनक डे आदिवासी पीडि़ता को बार-बार अपने साथ फिजिकल रिलेशन बनाने की धमकी देकर उसके साथ बार-बार सुधा होटल जाता था जहां उसके साथ जबरदस्ती बलात्कार की वारदात को अंजाम देता रहा है। मामलें में शिकायत के बाद तत्काल पुलिस ने क्चहृस् की धारा 64 ड, 69 के तहत अपराध दर्ज करने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसको कोर्ट में पेश करने के बाद मजिस्ट्रेट ने 15 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. संतोष कुमार सिंह के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, शहर रायपुर लखन पटले एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली योगेश साहू के मार्गदर्शन में महिलाओं/बच्चियों से संबंधित अपराधों पर त्वरित कार्यवाही करते हुये आरोपियों को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही करने निर्देशित किया गया है। इसी क्रम में पीडि़ता ने लिखित शिकायत पेश कर रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी दोस्ती कार्य के दौरान रौनक डे निवासी माना कैम्प रायपुर से हुआ था, दोनो मोबाईल से एक दूसरे से बातचीत करते थे, रौनक इसे बाहर घुमने चलने के लिये बोलते रहता था, कि रौनक इसे घुमाने के बहाने रेल्वे स्टेशन के पास स्थित होटल में ले जाकर जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने के लिये बोला जो पीडि़ता द्वारा मना कर, पहले शादी कर लेते है बोली, तो रौनक इसे तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और तुमसे ही शादी करूँगा कहकर इसे अपने विश्वास में लेकर जबरदस्ती इसके मर्जी के खिलाफ शारीरिक सबंध बनाया।
पीडिता द्वारा आरोपी रौनक डे को शादी की बात बोलने पर बार-बार टाल मटोल कर देता था इसी दौरान रौनक डे पीडि़ता का अश्लील फोटो व वीडियो पीडि़ता के जानकारी के बगैर अपने मोबाईल में खींच कर रख लिया था, आरोपी द्वारा पीडि़ता का फोटो व वीडियों को वायरल करने की धमकी देकर लगातार शारीरिक संबंध बनाया और अब आरोपी रौनक डे पीडिता को शादी करने से मना कर दिया कि पीडिता के लिखित शिकायत पर अपराध धारा 69, 64 (ड) बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना दौरान आरोपी रौनक डे को हर संभव प्रयास कर पकड़ा गया, आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक मोबाईल जप्त किया गया, आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश उसे जेल दाखिल किया जा रहा है। महिलाओ / नाबालिग से संबंधित अपराधों में संलिप्त अपराधियों का हरसंभव पता तलाश कर पकडक़र कड़ी कार्यवाही लगातार की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी- 01. रौनक डे पिता दीपक डे उम्र 27 साल साकिन माना कैम्प मकान नंबर 74 थाना माना जिला रायपुर।
ये है पूरा मामला: चोरी के बाद रौनक डे अब रेप ब्लैकमेलिंग के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक गंज थाने में आदिवासी रेप पीडि़ता ने लिखित में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि आरोपी रौनक डे ने ब्लेकमेल कर जबरदस्ती कई बार रेप किया। रौनक डे होटल सुधा स्टेशन रोड में लेकर जाकर आदिवासी रेप पीडि़ता के साथ बलात्कार करता रहा। आदिवासी रेप पीडि़ता ने आगे बताया कि कोलड्रिक्स में नशीला पदार्थ मिलाकर जबरन डरा धमका कर होटल सुधा ले जाता था। आखिरी बार रौनक डे ने 7 जुलाई को होटल सुधा में ले जाकर कहा कि आदिवासी रेप पीडि़ता की कुछ अश्लील फिल्म दिखाने के बाद उस फिल्म को सोशल मीडिया के अकाउंट वायरल करने की धमकी देने के बाद फिर बलात्कार किया। इस तरीके से आरोपी रौनक डे ने झांसे में लेकर आदिवासी रेप पीडि़ता को ब्लेकमेल करके फंसाया। फिर उसी वक्त होटल में उसने पीडि़ता के साथ जबरन रेप किया। रौनक डे सबसे पहले पीडि़ता के मोबाइल को हैक कर उसके सभी पासवर्ड, सोशल मीडिया के अकाउंट जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाटसअप हैक कर लिया और उसने अपनी फोटो मिलाकर आदिवासी रेप पीडि़ता को धमकी देते हुए उसके घर वालों को भी बता देने की धमकी देने लगा जिससे पीडि़ता बहुत डर गई। पीडि़ता को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि रौनक डे से पीछा कैसे छुड़ाए। आदिवासी रेप पीडि़ता ने जनता से रिश्ता अखबार के दफ्तर में आकार ये बयान दिया है कि वो एक आदिवासी युवती है जिसका उसको आदिवासी होने का प्रमाण थाने में देने पड़ रहा है। ये आश्चर्य की बात है कि एक आदिवासी मुख्यमंत्री के राज्य में आदिवासी युवती पर जबरन रेप की घटना होती है और उसके खिलाफ पुलिस आरोपी बलात्कारी रौनक डे के खिलाफ स्ञ्ज/स्ष्ट एक्ट के तहत अपराध दर्ज नहीं करती। उसी तरह रौमक डे ने उसके बैंक खाते में भी कब्जा कर लिया और एटीएम कार्ड भी अपने पास रख लिया। चूंकि पीडि़ता को बैंक प्रणाली का जानकारी नहीं थी, जिसका फायदा उठाते हुए आदिवासी रेप पीडि़ता के बैंक खाते के पासवर्ड एटीएम औऱ पिन उसके अनुसार था। जिसकी जानकारी उसे नहीं थी। लेकिन कई लाख रुपए का लेनदेन आरोपी चोर रौनक डे ने उसके खाते में दिखाकर पीडि़ता को चोरी के केस में फंसाने की साजिश भी करता रहा। पीडि़ता बड़ी मुश्किल से दबाव ब्लेकमेल से उबरकर अपनी सारी बातें अपने परिजनों को बताई और आदिवासी रेप पीडि़ता के साथ सब मिलकर थाने में बलात्कार का मामला दर्ज कराया है। आदिवासी रेप पीडि़ता ने थानेदार से मांग की है कि आरोपी रौनक डे के ऊपर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करते हुए उसके सभी बैकिंग दस्तावेज एवं उसकी अश्लील तस्वीर, रूरूस् और गंदी फिल्म जो आरोपी चोर रौनक डे द्वारा बनाई गई है उन सभी अपराधों के आधार पर आरोपी चोर रौनक डे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। आपको बता दें कि आरोपी रौनक डे के खिलाफ पूर्व में ही विभिन्न थानों में अपराध दर्ज है। केस नं. 3060/22 धारा 420 न्यायालय, सिविल लाइन थाना एफआईआर नंबर 0422 /30 जुलाई 2024 धारा 383, 406 वर्तमान में आरोपी जमानत पर है।
आदिवासी रेप पीडि़ता से विवेचक ने आरोपी जैसा व्यवहार किया
विवेचना के दौरान रेप पीडि़ता से अपराधी जैसा व्यवहार के कारण आदिवासी बालिका जो अपनी मां के साथ गंज थाने में उत्पीडऩ, ब्लैकमेल और रेप के केस को दर्ज कराने के लिए आवेदन के साथ गई थी। गंज के थाना प्रभारी ने तत्काल आवेदन को संज्ञान में लेकर आरोपी रौनक डे को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया। थाना प्रभारी की सजगता और तत्परता के कारण मामला तत्काल दर्ज होकर पीडि़ता को राहत देने का प्रयास किया गया। लेकिन विवेचना अधिकारी पी. आर साहू ने रेप पीडि़ता आदिवासी बालिका के साथ आरोपी जैसा व्यवहार कर उल्टी-सीधी और उल-जुलूल बात की गई पीडि़ता ने विवेचक पर आरोप लगाया है कि उसने आरोपी रौनक डे से भारी पैसों का लेन-देन का भी किया है और अनुसूचित जनजाति प्रताडऩा अधिनियम की धारा के अंतर्गत अपराध को जोडऩे बाबत जब पीडि़ता ने गुहार लगाई तो आरोपी रौनक डे को बचाते हुए विवेचना अधिकारी पी. आर साहू ने यहां तक झूठ कह डाला कि आरोपी भी आदिवासी समाज से आता है। जिसकी शिकायत पीडि़ता ने लिखित आवेदन बनाकर थाना प्रभारी को दी और तत्काल पीडि़ता ने विवेचना से विवेचक पी. आर साहू को हटाने की मांग की और सुप्रीम कोर्ट के सभी नियम को लागू करने की पीडि़ता के पक्ष में एक आवेदन थाने को दिया।