छत्तीसगढ़

राशन कार्ड मिले, न मिले, जोनों के चक्कर से हितग्राही हलाकान

Admin2
2 Dec 2020 5:52 AM GMT
राशन कार्ड मिले, न मिले, जोनों के चक्कर से हितग्राही हलाकान
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सरेंडर के नाम पर मूल राशन कार्ड जमाकर अधिकारी लगवा रहे दौड़

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राज्य सरकार की योजना के तहत राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया निरंतर जारी है लेकिन ये सिर्फ निर्देश ही साबित हो रहा है। जबकि धरातल में ऐसा नहीं है। मई-जून में भी आवेदन देने वाले लोगों को आज तक राशन कार्ड नहीं मिला है और वो लोग जोनों का चक्कर लगा रहे है। किसी न किसी कारण से इनको राशन कार्ड प्राप्त नहीं हो सका है, वही जिन लोगों ने बीपीएल कार्ड नहीं बनने के चलते एपीएल कार्ड बनवा लिया था उनका राशन कार्ड निरस्त करने के लिए जिला खाद्य कार्यालय में जमा करवाया जा रहा है। राशन कार्ड को आवेदन के साथ जमा कराया जा रहा है। कार्ड जमा कराते वक़्त लोगो को कहा गया था कि महीने दो महीने के अंदर कार्ड निरस्त होगा। लेकिन 2 से 3 महीने निकल गए है ना तो कार्ड निरस्त हो रहे है और ना ही लोग इसका कोई लाभ उठा पा रहे है। लोगों को फायदा इसलिए भी नहीं मिल पा रहा है क्योंकि लोग अपने स्तर में कार्ड बनवा लिए है और खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि एपीएल कार्ड वाले अगर बीपीएल कार्ड बनवाने की पात्रता रखते है तो वो लोग बिना देरी किये सारे आवेदनों को राशन कार्ड के साथ जमा करा दें। जिससे लोगों ने आँख मूंदकर आवेदन के साथ राशन कार्ड जमा करा दिया अब उन्ही लोगों को राशन लेने में भी काफी दिक्क़तें आ रही है। एपीएल को बीपीएल राशन कार्ड बनाने की लंबे समय से चल रही प्रक्रिया के बाद भी लोगों को राशन कार्ड नहीं मिल पाए है। इससे पुराने कार्ड पर कोटेदार उन्हें राशन देने में कतराते है। बीते छह माह से नए राशन बनाने की प्रक्रिया चल रही है। पहले सामाजिक एवं जातिगत जनगणना की वजह से राशन कार्ड नहीं बन सके। उसके बाद आर्थिक जनगणना की वजह से राशन कार्ड का काम रोक दिया गया। हालत यह है कि ज्यादा पुराने राशन कार्डो में तारीख चढ़ाने की जगह ही नहीं बची है। ऐसे कार्ड धारकों को राशन डीलर परेशान कर रहे हैं। जब तक नए राशन कार्ड नहीं बन जाते, राशन नहीं मिलेगा। कार्डधारकों का कहना है कि वह राशन कार्ड बनवाने के लिए कई बार जोनो के चक्कर लगा चुका है, परंतु कार्ड नहीं बन सका। डीलर राशन नहीं दे रहा है। और एक महिला कार्डधारक का कहना है कि उसका कार्ड पुराना हो गया है, परंतु फटा नहीं है। उसके बाद भी डीलर राशन देने से इन्कार कर देता है।

राशन कार्ड के लिए ये दस्तावेज जरूरी : ऑनलाइन राशन कार्ड के लिए अप्लाई करने पर उपभोक्ता का आधार कार्ड जरूरी कर दिया है। आधार कार्ड के अलावा प्रूफ के तौर पर बिजली का बिल, वोटर आईडी, पेन कार्ड, टेलिफोन बिल, स्वयं प्रमाणित प्रमाण पत्र विद फोटो, चालक लाइसेंस आदि साथ लगाना जरूरी है। इसी तरह राशन कार्ड में नाम जुड़वाने, कटवाने व स्थानांतरण करवाने के लिए आधार कार्ड आवश्यक है। इसके साथ ही अन्य कागजात लगाने होंगे। जारी किए पत्र में लिखा गया है कि राशन कार्ड परिवार के मुखिया के आधार पर बनेगा। आवेदन करने के बाद खाद्य निरीक्षण व उपनिरीक्षक डोर टू डोर सर्वे कर आधार नंबर की जांच करेंगे। सही जानकारी मिलने के बाद ही राशन कार्ड जारी किया जा सकेगा।


फैक्ट फाइल

< जिम्मेदार अधिकारियों का कार्यालय से गायब रहना

< हितग्राहियों को राशन कार्ड बनाने रद्द करने की परक्रिया समझाने वाला कोई नहीं

< विभागीय अधिकारियों और निगम के जोन अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहेकार्डधारक

< स्थान और दुकान बदलने के लिए आवेदनों का कोई अता-पता नहीं

< बीपीएल और एपीएल कार्ड में करेक्शन कराने हितघराहियों को जोन अधिकारी भेजे देते है पार्षदों के पास

एपीएल और बीपीएल को यह फायदा

रायपुर में सामान्य परिवारों को इस कार्ड से कोई अधिक फायदा नहीं है। सदस्य संख्या के आधार बीपीएल कार्ड वालों को एक रुपये किलो चावल की पात्रता मिलेगी। एपीएल परिवार के कार्ड पर एक सदस्यीय परिवार को प्रतिमाह 10 किलो चावल मिलेगा, वह भी 10 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिलेगा। इसी तरह दो सदस्यीय परिवार को 20 किलो और तीन या अधिक सदस्यीय परिवारों को 35 किलो चावल प्रतिमाह मिलेगा। पहले राशन कार्ड का इस्तेमाल परिचय पत्र के तौर पर भी होता रहा है, लेकिन अब सरकार इसे सिर्फ राशन के लिए पात्रता मानती है। इतना ही नहीं, एपीएल कार्ड में शक्कर, चना या केरोसीन की भी पात्रता नहीं है।

नया राशन कार्ड बनवाने के लिए आम लोगों से ठगी : रायपुर में नया राशन कार्ड बनाए जाने के नाम पर दलालों का भी एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है ऐसी स्थिति में सीधे-साधे गरीब दलालों के झांसे में आकर आर्थिक रूप से शोषित हो रहे हैं। इंटरनेट और सोशल मीडिया पर नए राशन कार्ड के लिए जारी फर्जी प्रपत्र भी बना रहे है। इससे आम लोग इनके झांसे में आ जाते है। ऐसे लोगों से दलालों और द्वारा राशि लेकर नया राशन कार्ड बनाने का आश्वासन दिया जाता है। जानकारी के अभाव में लोग वैसे दलालों के झांसे में आकर आर्थिक रूप से शोषित हो रहे हैं। राशन कार्ड के फार्म भरने की आड़ में दलाल लोगों से काफी रुपये ठग ले रहे हैं।

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