
बिलासपुर। शहर में कॉक्स सैकी नाम का वायरस बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है। बिलासपुर में पिछले एक महीने में इसके 10 प्रकरण मिल चुके हैं, जबकि इतने पिछले एक साल में आए थे। इसके कारण ही जिले के स्वास्थ्य विभाग ने ना सिर्फ इसके लिए जिले में अलर्ट घोषित किया है, बल्कि स्कूली बच्चों को इस वायरस से प्रभावित बच्चों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है।
जिल चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि कॉक्स सैकी वायरस से काफी बच्चे संक्रमित हो रहे हैंं। उनके अनुसार यह जानलेवा वायरस नहीं है, इसलिए बहुत ज्यादा खतरे की बात नहीं है। फिर भी वायरस को लेकर सभी अस्पतालों में अलर्ट जारी किया गया है।
कॉक्स सैकी वायरस को हैंड, फूट, माउथ डिसीज भी कहा जाता है। यह वायरस सांस की बूंदों, लार और बलगम से फैलता है। छोटे बच्चे एक साथ खेलते और खानपान करते हैं। ऐसे में एक दूसरे से वायरस तेजी से फैलता है। इससे संक्रमित मरीज में 2 दिन में ही लक्षण नजर आता है। इसमें हथेलियों और तलवों तक में खुजली के बिना लाल चकते हो जाते हैं। कुछ ही दिनों में यह फफोले में विकसित हो जाते हैं। इसके अलावा मुंह में छाला और गले के अंदर छाला पड़ जाता है। बच्चों को बुखार, सर्दी, खांसी और जलन जैसी समस्या होने लगती है।