रेप कर जिंदा जलाया, बीजेपी ने आज बालोतरा में किया बंद का ऐलान
राजस्थान। बाड़मेर में दलित महिला से रेप के बाद मौत केस में गहलोत सरकार बीजेपी के निशाने पर आ गई है. बीजेपी ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सरकार को घेरते हुए आज बाड़मेर के बालोतरा में बंद का ऐलान किया है. इसके अलावा इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन भी कर दिया है. प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा जारी लेटर के मुताबिक इस कमेटी में सांसद पीपी चौधरी, विधायक जोगेश्वर गर्ग और महापौर वनीता सेठ को शामिल किया गया है. यहां दलित महिला से दुष्कर्म के बाद आरोपी ने कैमिकल फेंककर जिंदा जला दिया था. बुरी तरह झुलसी महिला को इलाज के लिए जोधपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शनिवार देर रात दम तोड़ दिया. पुलिस ने इस मामले में आरोपी को अरेस्ट कर लिया है.
महिला गुरुवार दोपहर को घर पर अकेले थी. तभी पड़ोसी 30 वर्षीय शकूर खान घर में घुस गया और उसका रेप कर दिया. इसके बाद आरोपी ने पहले तो घटना की जानकारी देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद आरोपी ने उसके मुंह में कैमिकल डालकर आग लगा दी. महिला की चीख-पुकार सुनकर लोग उसे बचाने दौड़े लेकिन तब तक वह 50 फीसदी तक झुलस गई थी. पीड़िता को इलाज के लिए जोधपुर भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बीजेपी ने इस मामले में बाड़मेर पुलिस और प्रशासन ने पर लापरवाही का आरोप लगाया है. पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसरों ने करीब 24 घंटे तक इस मामले को गंभीरता से. जब बीजेपी नेता असपताल पहुंचे तो आनन-फानन में अफसर पहुंचे और पीड़िता को इलाज के लिए जोधपुर रेफर करवा दिया. इस दौरान जब कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तो उन्होंने धक्का-मुक्की और बदतमीजी की.
बाड़मेर एसपी दिगंत आनंद ने बताया कि 7 अप्रैल को पीड़िता के परिजनों ने शिकायत की थी.पीड़िता की मौत से पहले धारा- 164 के तहत मजिस्ट्रेट ने बयान दर्ज कर लिए थे. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वहीं पचपदरा के पुलिस उपाधीक्षक मदन लाल मीणा ने बताया कि परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर एससी-एसटी, दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है. पीड़िता पर एसिड या कुछ अन्य पदार्थ फेंका गया था, इसकी जांच की जा रही है.
बालोतरा में हुई हृदयविदारक घटना बेहद निंदनीय है।कांग्रेस राज में लचर क़ानून व्यवस्था,तुष्टिकरण के चलते दलितो व मातृशक्ति पर अत्याचार की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण है।गृहविभाग सम्भाल रहे मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी में यदि नैतिकता बची है तो उन्हें तुरंत पद से इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। pic.twitter.com/hZRgYvVxLP
— Arjun Ram Meghwal (@arjunrammeghwal) April 8, 2023