बिलासपुर। कोटा क्षेत्र की एक युवती सोमवार को अपनी घायल मां को लेकर कलेक्टोरेट पहुंची। वह मुख्य द्वार से लेकर कलेक्टर के कार्यालय तक अपनी मां को गोद में उठाकर लाई। उसने बताया कि उसके साथ दुष्कर्म करने वाले के रिश्तेदारों ने उसके मां के साथ मारपीट की जिससे उसका पैर टूट गया। पैर में टांका भी लगा है। उन्होंने उसका महंगा मोबाइल भी तोड़ दिया। जब कोटा टीआई के पास रिपोर्ट लिखवाने गए तो उन्होंने रिपोर्ट लिखने से इनकार कर दिया।
सोमवार को दोपहर करीब 2:20 बजे एक युवती अपनी मां को गोद में उठाकर कलेक्टोरेट पहुंची। मां के हाथ में कलेक्टर के नाम आवेदन था। उउसने बताया कि बलौदा बाजार-भाटापारा जिले के एक युवक ने उसकी बेटी को झूठे प्रेमजाल में फंसाया और उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाया। धारा 376 के तहत मामला कोर्ट में लंबित है। कोर्ट में लंबित मामले को लेकर 30 मई को युवक के रिश्तेदार टीकाराम साहू और लक्ष्मण साहू ने उसके साथ मारपीट की। इससे उसका पैर टूट गया। बेटी का मोबाइल भी तोड़ दिया। इसकी रिपोर्ट लिखाने गए तो कोटा थाना प्रभारी उत्तम साहू ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। आरोप है, मामले में लीपापोती कर केस को दबाया जा रहा है। महिला ने कहा कि कोटा थाना प्रभारी और युवक के रिश्तेदारों द्वारा घर में घुसकर मारपीट किए जाने के मामले में जांच व कार्रवाई की जाए।
कोटा टीआई उत्तम साहू ने बताया कि तीन-चार साल पहले युवती ने एक आर्मीमैन के खिलाफ 376 के तहत केस दर्ज कराया था। उसने कोर्ट से अग्रिम जमानत करवाई। जमानत लेने वाले कोटा के रहने वाले हैं और आर्मीमैन के दूर के रिश्तेदार हैं। जब युवती को पेशी के दौरान इस बात का पता चला तो वह अपनी मां को लेकर पिछले माह उनके घर गई और वहां विवाद हुआ। फिर युवती छेड़छाड़ और मोबाइल तोड़े जाने की शिकायत लेकर मेरे पास थाने आई। मामले में जांच करने पर पता चला कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। अनावेदक ने जमानत लिए जाने की वजह से ऐसा होना बताया। अनावेदक ने भी युवती के खिलाफ फंसाए जाने की आशंका जताते हुए शिकायत की। युवती जिनके खिलाफ आरोप लगा रही है, उनके घर पर सीसीटीवी कैमरा भी लगा हुआ है। 30 मई को मारपीट करने की जो शिकायत की है, इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।